MP Vidisha: 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 7 साल के लोकेश ने जिंदगी की जंग हारी
मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 7 साल का लोकेश जिंदगी की जंग हार गया. 24 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीमों ने उसे बाहर निकाल लिया. लेकिन लोकेश की जान नहीं बच सकी. विदिशा कलेक्टर ने इसकी पुष्टि की है. सीएम शिवराज ने लोकेश की मौत पर दुख जताया है.
60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 7 साल के लोकेश जिंदगी की जंग हारा
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Published : Mar 15, 2023, 12:31 PM IST
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Updated : Mar 15, 2023, 2:10 PM IST
जिंदगी की जंग हारा मासूम लोकेश
Vidisha Borewell Rescue Update:विदिशा जिले की लटेरी तहसील के खेरखेरी पठार गांव में 7 साल के लोकेश को 60 फीट गहरे बोरवेल से बाहर तो निकाल लिया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी. लोकेश बोरवेल में 43 फीट की गहराई पर फंसा था. एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमों ने 50 गहरा गड्ढा खोदा. इसके बाद 5 फीट लंबी सुरंग बनाकर बच्चे को बाहर निकाल लिया. रेस्क्यू टीमों की 24 घंटे की कड़ी मशक्कत की. बच्चे को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
24 घंटे जुटी रहीं रेस्क्यू टीमें :बोरवेल में 43 फीट की गहराई में बोरवेल में फंसे लोकेश को सकुशल निकालने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ ही विदिशा व भोपाल के प्रशासनिक व पुलिस टीमें जुटी हुईं थीं. इन टीमों ने 24 घंटे अथक मेहनत की. बुधवार सुबह तक बोरवेल के पास ही समानांतर गड्डा खोदा गया. इसकी गहराई 50 फीट से ज्यादा की गई. इसके बाद सुरंग बनाकर बोरवेल में फंसे बच्चे के पास रेस्क्यू की टीमें पहुंची. इस रेस्क्यू पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह घटना पर नजर बनाए हुए थे. सीएम शिवराज ने लोकेश की मौत पर दुख जताया है. सीएम ने पीड़ित परिजनों को 4 लाख रुपये मदद करने की घोषणा की. विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि लोकेश हमारे बीच नहीं रहा.
मंगलवार सुबह 11 बजे की घटना :बता दें कि विदिशा जिले की लटेरी तहसील के खेरखेरी पठार गांव में मंगलवार को 7 साल का लोकेश अहिरवार कच्चे बोरवेल में गिर गया था. वह सुबह करीब 11 बजे अपने दोस्तों के साथ खेलने के लिए घर से निकला था. इसी दौरान बंदरों के पीछे दौड़ते हुए खुले बोरवेल में जा गिरा. सूचना मिलते ही उसके पिता दिनेश अहिरवार अन्य ग्रामीणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उसको निकालने के प्रयास शुरू किए. जब देखा कि लोकेश बोरवेल में गहरे तक फंस गया है तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी.
परिजन को मिलेगा मुआवजा: विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि "मंगलवार दिन में 11:00 बजे कि यह घटना थी, बच्चे को ऑक्सीजन भी दिया गया. 11:30 बजे रेस्क्यू शुरू कर दिया था और 24 घंटे के अंदर रेस्क्यू ऑपरेशन हमने पूरा कर लिया, लेकिन बच्चे को बचा नहीं पाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित परिवार के लिए संवेदना व्यक्त है. CM ने पीड़ित परिवार के लिए ₹400000 आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. उस बोर को ना ढकने के लिए जो भी दोषी हैं और जो एक्ट है उसके तहत कार्रवाई की जाएगी. बोरवेल बंद करने के लिए हम 7 दिन का अभियान भी चलाएंगे और जो बोरवेल खुले हुए हैं उनको बंद किया जाएगा. फिलहाल लटेरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मृतक बच्चे का पोस्टमार्टम चल रहा है.