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Shivraj 'Black Gold' Politics: शिवराज सरकार किसानों को फ्री में बांटेगी भैंस, जानिए क्या है SC-ST, OBC को लुभाने की भैंस वाली पॉलिटिक्स

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार चुनावी मोड में है. निकाय और पंचायत चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए प्रदेश की सरकार ने किसानों को भारी छूट पर भैंसे देने का पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है. (Shivraj Black Gold Politics) (Shivraj Free Buffalos Project) (MP Shivraj government Murrah buffaloes)

MP government buffaloes project
शिवराज सरकार किसानों को बांटेगी काला सोना

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Published : May 28, 2022, 3:41 PM IST

भोपाल।चुनावी साल में मध्य प्रदेश सरकार किसानों को खुश करने जा रही है. शिवराज सरकार हरियाणा से काला सोना मंगाकर अब किसानों की आमदनी बढ़ाएगी. हरियाणा में मुर्रा किस्म की भैंसों को काला सोना कहा जाता है, जिनकी कीमत डेढ़ से दो लाख होती है. मुर्रा भैसें सरकार छोटे और सीमांत किसानों को देने जा रही है. हालांकि उसके लिए किसानों को दो मुर्रा भैंसे 50 फीसदी राशि में देकर मिलेंगी. (Shivraj Black Gold Politics) (MP Shivraj government Murrah buffaloes) (Shivraj Free Buffalos Project)

लाखों की भैंस देंगी हजारों लीटर दूध: पशुपालन विभाग के मुताबिक मुर्रा भैंस एक बार में 12 से 15 लीटर दूध देती है. विभाग किसानों को दो भैंसे देगा, जिसकी कीमत डेढ़ लाख के करीब होगी. किसानों को 50% राशि जमा करनी होगी, जिसकी एवज में उन्हें दो भैंसे दी जाएंगी. वहीं एससी-एसटी के लिए 75% राशि सरकार भरेगी. कैबिनेट ने इस फैसले को पहले ही मंजूरी दे दी है और पायलट प्रोजेक्ट के रूप में रायसेन विदिशा और सीहोर में योजना को शुरू किया जा रहा है. अभी तक हाइब्रिड गाय और अन्य पशुधन पर सरकार सब्सिडी मुहैया कराती रही है, लेकिन यह पहली बार हो रहा है कि अब किसानों को सरकार भैंस भी देगी.

क्या है योजना: पायलट प्रोजेक्ट में किसान को दो मुर्रा भैंसे दी जाएंगी. इसमें एक भैंस लगभग 5 महीने की प्रेग्नेंट रहेगी, जबकि दूसरी भैंस का करीब 1 महीने का बच्चा रहेगा. बच्चे वाली भैंस दूध देती रहेगी, भैंस का गर्भाधान का समय 10 माह का होता है. इस तरह ऐसी साइकिल बनाई जाएगी, जो कि एक भैंस लगातार दूध देती रहेगी. मुर्रा भैंसों की नस्ल सबसे बेहतर मानी जाती है, इस समय मुर्रा भैंस सबसे ज्यादा दूध देने वाली नस्ल है. यह नस्ल हरियाणा के रोहतक, हिसार और पंजाब के कई जिलों में पाई जाती है. मुर्रा भैंस में वसा की मात्रा भी तकरीबन 10% के करीब होती है.

सरकार का मानना है कि अभी तक किसानों के पास जो गाय होती हैं, वह ज्यादातर देसी होती है. सरकार ने कृत्रिम गर्भाधान के तहत देसी गाय को हाइब्रिड बनाया, जिससे किसानों को दूध की मात्रा बढ़ी है और गाय के प्रति उनका लगाव भी बढ़ा है. क्योंकि वह गाय उन्हें अच्छा दूध देती हैं, जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होती है. लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने यह फैसला लिया है कि, हरियाणा से मुर्रा भैंस लाकर किसानों को दी जाएंगी.

- प्रेम सिंह पटेल, पशुपालन मंत्री

जानें कितनी रकम में आएंगी दो मुर्रा भैंसे: मध्य प्रदेश सरकार से सब्सिडी के तहत मुर्रा भैंस खरीदने के बाद किसानों को उसे 5 साल तक रखना होगा. भैंस का बीमा भी होगा, यदि वह मर जाती है तो सरकार उसे दूसरी भैंस ला कर देगी. सरकार किसानों को 6 महीने के लिए दाना-चारा भी उपलब्ध कराएगी. किसान को दो मुर्रा भैंसों के लिए सिर्फ ₹62,000 देने होंगे, बाकी 1 लाख 87,000 की सब्सिडी मिलेगी.

किसानों को लुभाने के लिए फैसला: शिवराज सरकार ने पशुधन के लिए कई फैसले लिए. किसानों को 0 फीसदी ब्याज पर सरकार पशुधन लोन देती है. इसके लिए अधिकतम ₹2 लाख तक का लोन दिया जाता है. पशुपालन गतिविधियां बढ़ाने के लिए सरकार गाय, भैंस, बकरी, सूअर, मुर्गी पालन कर ग्रामीणों की आमदनी बढाने की स्कीम चला रही है.

कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सरकार बड़ी-बड़ी घोषणा करती है. महंगाई से लगातार जनता परेशान है और किसानों को महंगा खाद और डीजल मिल रहा है, जिससे उनकी परेशानी बढ़ रही है. शिवराज सरकार किसानों को सिर्फ सपने दिखाकर उनका वोट लेना चाहती है. - लाखन सिंह यादव, पूर्व पशुपालन मंत्री, कांग्रेस सरकार

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