ग्वालियर।मतदान के बाद देर शाम को कुशवाह पक्ष ने भदौरिया पक्ष पर जानलेवा हमला कर दिया. इसके साथ ही आरोपियों ने गाड़ी में आग लगा दी, जिसमें एक व्यक्ति पूरी तरह झुलस गया. इस पूरी घटना में एक महिला, उसके देवर और भतीजे की मौत हो गई है, जबकि पति, दो बेटे और एक भतीजा गंभीर घायल हैं. हिंसा का खूनी खेल शिवपुरी जिले के ग्राम चकरामपुर में हुआ. करीब दो महीने पहले गणेश चतुर्थी पर जुलूस में डीजे पर गाना बजाने को लेकर योगेन्द्र उर्फ भोला भदौरिया एवं वीर सिंह कुशवाह और अन्य लोगों में विवाद हुआ था.
दोनों पक्षों के बीच जारी थी दुश्मनी :विवाद के बाद दोनों तरफ से एफआईआर हुई थी, लेकिन ये दोनों पक्षों के बीच दुश्मनी कम नहीं हुई. बल्कि अंदर ही अंदर दुश्मनी का उबाल दौड़ रहा था. इसी दो महीने पुरानी दुश्मनी को लेकर 17 नवंबर यानि मतदान के दिन रात लगभग 9 बजे योगेन्द्र उर्फ भोला भदौरिया अपने चाचा लक्ष्मण सिंह, मामा के लड़के सौरभ व अमर सिंह भाई राजेन्द्र के साथ बुलेरो गाड़ी से रिश्तेदार को देखकर ग्वालियर से घर ग्राम चकरामपुर आ रहे थे. जैसे ही वीर सिंह कुशवाह के घर के सामने से गाड़ी निकली तो अखिलेश कुशवाह, वीर सिंह कुशवाह, परमाल कुशवाह, विष्णु कुशवाह सहित अन्य 20 से 25 लोगों ने बुलेरो गाड़ी को घेर लिया. उसके बाद आधा सैकड़ा आरोपियों ने वीर सिंह ने गाड़ी पर पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी.
एक व्यक्ति जीप में जिंदा जला :चलती गाड़ी में से योगेन्द्र उर्फ भोला गेट खोलकर भागा था, तभी अखिलेश कुशवाह, रणवीर सिंह कुशवाह दोनों ने जान से मारने की नियत से कट्टे से फायर किये व कुल्हाड़ी मारी. उसके बाद सभी लोगों ने एक राय होकर लाठी, सरिया और कुलाहड़ियो से योगेंद्र की मारपीट कर उसे अधमरा कर दिया. जब योगेन्द्र उर्फ भोला भदौरिया की मां आशा देवी व पिता मुन्ना सिंह बचाने आये तो सभी ने उनकी जान से मारने की नियत से मारपीट की. गाड़ी में आग लगाने से अमर सिंह उर्फ हिमांशु जिंदा जल गया.