सागर।बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजिडेंट के पद पर पदस्थ डॉ. राजेश मीणा बुधवार-गुरुवार की रात यानि दशहरे की रात मेडिकल कॉलेज की तरफ से सागर के मुख्य बस स्टैंड की ओर जा रहे थे. सड़क मार्ग पर होटल ग्रेविटी के सामने स्मार्ट सिटी द्वारा निर्माणाधीन नाले को खुला छोड़ दिया गया है. रात होने के कारण डॉ. राजेश मीणा को समझ नहीं आया और अचानक वह बाइक सहित निर्माणाधीन नाले में गिर गए. नाला करीब 30 मीटर चौड़ा और 20 फीट गहरा है, जिसमें सरिया का जाल बिछाया गया है.
एक सरिया पेट में घुस गया, कई जगह जख्म : सड़क से बाइक सहित नाले में गिरने के कारण डॉ. राजेश मीणा सीधे सरियों पर जाकर गिरे और एक सरिया उनके पेट से ऊपर की तरफ निकल गया. इसके अलावा उनके शरीर में कई जगह सरिया की रॉड्स फंस गईं. दशहरे के कारण रात में भी चहल-पहल थी और जब लोग उधर से गुजरे तो नाले के अंदर बाइक का इंडिकेटर जल रहा था और कराहने की आवाज आ रही थी. वहां मौजूद एक व्यक्ति ने डॉक्टर को पहचान गया और उसने तत्काल पुलिस और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद डॉक्टर को निकाला और मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां उनका उपचार शुरू किया गया.
पेट में लगे 25 टांके, एक उंगली भी कटी :डॉक्टर के पेट में सरिया घुस जाने के कारण करीब 25 टांके आए हैं. उनके हाथ की एक उंगली भी कटी है और सरिया से शरीर में कई जगह चोटें आई हैं. गनीमत ये रही कि डॉक्टर की जान खतरे से बाहर है. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कार्यरत सुपरवाइजर नितेश इटली ने बताया कि दशहरे की रात मुझे डॉ. राजेश मीणा के नाले में गिर जाने की सूचना मिली थी. मैंने अस्पताल में मौजूद तमाम मददगार स्टाफ को इसकी जानकारी दी और करीब 10-15 लोग मौके पर तत्काल पहुंचे.