राजगढ़। जिला जेल में मुस्लिम युवकों की जबरन दाढ़ी काटे जाने के आरोप के बाद उपजे विवाद में अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो चुकी है, मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मध्यप्रदेश की सरकार पर बड़े आरोप लगाए हैं. ओवैसी ने कहा कि मध्यप्रदेश में धारा 151 के तहत गिरफ्तार पांच युवकों की जबरन दाढ़ी हटाना हिरासत में प्रताड़ना और अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है. दाढ़ी रखने से कोई पाकिस्तानी नहीं हो जाता, कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की दाढ़ी थी. शिवराज सरकार जेलर को निलंबित कर जेल भेजें. (Aimim Chief Asaduddin Owaisi Accuses MP Government)
विविधता में विश्वास नहीं:ओवैसी ने कहा कि, "मध्यप्रदेश में 7% मुस्लिम आबादी है और जेलों में अंडर ट्रायल मुसलमान 14% हैं. मध्यप्रदेश की जेल में 56% बंदी मुसलमान हैं, यह मुसलमानों के प्रति भेदभावपूर्ण है. क्या भारत सरकार सभी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संधियों से हट जाएगी और खुले तौर पर घोषणा करेगी कि वे धर्मनिरपेक्षता, बहुलवाद और विविधता में विश्वास नहीं करती है.?" वहीं ओवैसी ने संविधान के आर्टिकल 25 का हवाला देते हुए आजाद भारत की बात कही. ओवैसी ने कहा कि जेलर का ये व्यवहार पूरी तरह से निंदनीय है, जेलर को निलंबित करते हुए तत्काल जेल भेजा जाए.