भोपाल।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल पहुंचे. पीएम की उपस्थिति में भोपाल में कार्यकर्ता महाकुम्भ का आयोजन हुआ. महाकुंभ में सीएम शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित तमाम नेता शामिल हुए. कार्यक्रम में करीब 10 लाख कार्यकर्ताओं ने उपस्थिति दर्ज कराई. इस दौरान पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश से निकले अनेक महान व्यक्तित्वों ने हमे आज यहां तक पहुँचाया है. अनेकों लोगों का तप और त्याग भाजपा के हर कार्यकर्ता को प्रेरित करता है, इसलिए मध्य प्रदेश सिर्फ भाजपा के विचार का नहीं बल्कि विकास के विजन का भी महत्वपूर्ण केंद्र है.
फर्स्ट टाइम वोटर्स को रिझाने की कोशिश: भोपाल के जंबूरी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यकर्ता महाकुंभ में पूरी तरह से फर्स्ट टाइम वोटर को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करते हुए नजर आए. इसके साथ ही उन्होंने एससी एसटी और ओबीसी के लोगों को भी यह समझने की कोशिश की कि उनकी योजनाएं भारतीय जनता पार्टी ने पूरी की हैं. मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार को लगभग 20 साल पूरे हो गए हैं, यानी जो युवा इस बार के चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे, उन्होंने भाजपा की सरकार को ही देखा है. ये युवा सौभाग्यशाली हैं कि इन्होने एमपी में कांग्रेस का वो बुरा शासन, वो बुराइयां देखी नहीं है. एमपी में कांग्रेस के शासन की पहचान थी कुनीति , कुशासन और करोड़ों का करप्शन. आजादी के बाद मध्य प्रदेश में लंबे समय तक कांग्रेस का ही शासन रहा लेकिन कांग्रेस ने साधन संपन्न मध्य प्रदेश को बीमारू बना दिया. Congress Turned Rich MP Into Bimaru
ये कार्यकर्ता का महाकुम्भ:प्रधानमंत्री ने कहा कि ये जनसैलाब , ये उमंग, ये उत्साह, ये कार्यकर्ता का महाकुम्भ, महासंकल्प बहुत कुछ कहता है. ये दिखाता है कि मध्य प्रदेश के मन में क्या है. ये दिखाता है नई ऊर्जा से भरी हुई भाजपा है. ये दिखाता है भाजपा का और भाजपा के हर कार्यकर्ता का बुलंद हौसला है. मेरे परिवारजनों, मध्य प्रदेश को देश का दिल कहा जाता है. भाजपा के साथ देश के इस दिल का जुड़ाव कुछ विशेष ही रहा है. जनसंघ के जमाने से आजतक भाजपा को एमपी के लोगों ने हमेशा भरपूर आशीर्वाद दिया है.
कांग्रेस जंग लगा हुआ लोहा:नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की तुलना जंग लगे हुए लोहे से की है. नरेंद्र मोदी का कहना है कि ''कांग्रेस ना खुद बदलना चाहती है और ना देश को बदलने देना चाहती है. वह देश में हो रहे हर विकास का विरोध करते हैं.'' प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया और संसद भवन का उदाहरण देते हुए अपनी बात को जनता के सामने रखी. हालांकि यहां नरेंद्र मोदी चूक गए और उन्होंने भोपाल की कमलापति स्टेशन को रानी दुर्गावती स्टेशन के नाम से संबोधित कर दिया.''