भोपाल।मध्यप्रदेश में NIA और STF की संयुक्त कार्रवाई में PFI के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था. पूरे मध्यप्रदेश में की गई इस कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए सदस्यों को उसी दिन देर शाम भोपाल के जिला न्यायालय की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था. जहां से स्पेशल कोर्ट द्वारा तीनों आरोपियों को 8 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया था. इसके बाद पीएफआई के गिरफ्तार चारों सदस्यों को आज फिर से विशेष न्यायालय में पेश किया गया. NIA कोर्ट ने उन्हें 15 तारीख तक के लिए न्यायिक हिरासत पर भेज दिया गया.
PFI से जुड़े युवक को NIA और STF ने किया गिरफ्तार, टीम पर हुआ पथराव, इंदौर सोनू मंसूरी से भी लिंक
PFI का फाइनेंस व लीगल मैनेजमेंट देखते थे आरोपीः मध्यप्रदेश और भोपाल में एटीएस द्वारा अलग-अलग जगह से गिरफ्तार चारों आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही थी. पिछली बार गिरफ्तारी के बाद जब उन्हें न्यायालय में पेश किया गया था. तब एटीएस को इनसे पूछताछ के लिए 8 तारीख तक के लिए रिमांड पर दिया गया था. आज एटीएस द्वारा फिर से पीएफआई के 4 सदस्यों को न्यायालय के सामने प्रस्तुत किया गया था. इसमे चारों आरोपियों को 15 फरवरी तक न्यायिक हिरासत पर भेजा गया है. बताया जा रहा है कि यह चारों आरोपी पीएफआई का फाइनेंस और लीगल मैनेजमेंट देखते थे. आरोपी गुलाम रसूल संगठन के कई पदाधिकारियों के संपर्क में था. रसूल पर मध्यप्रदेश में जिहाद के लिए युवाओं को उकसाने का भी आरोप हैं.
PFI एजेंट सोनू मंसूरी को भेजा गया जेल, पुलिस को अब नूरजहां की तलाश
ATS को मिली हैं कई महत्वपूर्ण जानकारियांः दूसरे आरोपी गुलाम नबी उर्फ साजिद खान को भोपाल से गिरफ्तार किया गया था. गुलाम नबी इंदौर का रहने वाला है. गुलाम नबी PFI प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाले का करीबी है. नबी को पीएफआई का फाइनेंस मैनेजर बताया जाता है. गुलाम नबी पर भड़काऊ भाषण भी देने के भी आरोप हैं. तीसरे आरोपी परवेज खान को महाराष्ट्र के औरंगाबाद से गिरफ्तार किया गया था. चौथा आरोपी वासिद खान पीएफआई की लीगल विंग संभालता था. कोर्ट ने अब तक गिरफ्तार हुए सभी पीएफआई सदस्यों को एक साथ कोर्ट में पेश करने को कहा है. बताया जा रहा है कि पुलिस रिमांड में पूछताछ के दौरान इन लोगों से कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारी एटीएस को मिली है. जिस पर एटीएस अब आगे की कार्रवाई करेगी.