खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में प्रेम प्रसंग में युवक युवती ने साथ जीने-मरने की कसम खाई. लेकिन जब उन्हें परिवार का साथ नहीं मिला तो दोनों ने एक साथ मौत को गले लगा लिया और साथ मरने की कसम को पूरा कर गए. प्रेम प्रसंग में वादे और फिर मौत का यह मामला कसरावद के माकड़ खेड़ा गांव से सामने आया है. इस घटना की खबर से हर कोई हैरान है. यहां प्रीति और अजय बागदरे नाम के प्रेमी जोड़े ने साथ में खुदकुशी की और दुनिया को छोड़ दिया. कहा जा रहा है कि दोनों के घरवाले इसलिए शादी कराने के लिए राजी नहीं थे क्योंकि दोनों एक ही गांव के थे. हालांकि लड़का हो या लड़की दोनों में से किसी भी पक्ष से लोग मामले में कुछ भी नहीं बोल रहे.
लव स्टोरी का दर्दनाक अंत! आत्महत्या से पहले थाने पहुंचा प्रेमी युगल, थानेदार से लगाई शादी की गुहार, दोनों की हुई मौत - खरगोन लेटेस्ट न्यूज
मध्य प्रदेश के खरगोन में एक प्रेमी युगल ने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या से पहले दोनों थाने पहुंचे थे और थानेदार से शादी करवाने की गुहार लगाई थी. लेकिन अचानक दोनों की तबियत बिगड़ गई और जिला अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया.
थानेदार से लगाई शादी करवाने की गुहार: गांव की रहने वाली युवती का गांव के ही युवक से 2 वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था. युवक मुल्ठान गांव का रहने वाला था, लेकिन लंबे वक्त से माकड़ खेड़ा गांव में रह रहा था. दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन परिजनों ने शादी की सहमति नहीं दी. इसके बाद दोनों ने आत्महत्या की कोशिश की और कुछ गांव वालों के साथ कसरावद थाने पहुंच गए. इधर थानेदार से शादी करवा देने की गुहार लगाई. लेकिन दोनों की तबियत खराब होने पर उन्हें गंभीर हालत में कसरावद से जिला अस्पताल भिजवाया गया. आईसीयू में दोनों को भर्ती किया गया, लेकिन इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवाकर ग्रामीणों को सौंप दिया.
शव लेने अस्पताल नहीं पहुंचे परिजन:ग्रामीण नरेंद्र खांडेकर और परमानंद गंगारेकर ने बताया कि ''युवक अजय यशवंत बागदरे का प्रीति के साथ 2 वर्षों से ज्यादा समय से प्रेम संबंध था. दोनों हमेशा एक साथ रहना चाहते थे. प्रीति की उम्र 21 साल और अजय 26 साल का था. दोनों जब एक ना हो सके तो साथ में हाथ पकड़ थाने पहुंचे. दोनों ने अपनी आपबीती बताई और कहा कि कैसे भी उनकी शादी करा दें क्योंकि अब उनके पास समय कम है. जब तक पुलिस कुछ कर पाती तब तक दोनों बेहोशी के आलम में जाने लगे. दोनों की हालत खराब होने लगी. बाद में पता चला कि दोनों ने आत्महत्या की कोशिश की है. फौरन पुलिस उन्हे लेकर अस्पताल पहुंची. हालत बिगड़ने पर खरगोन जिला अस्पताल में ही दोनों की मौत हो गई. लेकिन आश्चर्यजनक बात यह है कि दोनों की मौत के बाद भी उनके परिजन नहीं पहुंचे. जबकि पुलिस ने दोनों के घरवालों को सूचित कर दिया था. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने मर्ग कायम किया और ग्रामीण लाश लेकर चले गए.