जयपुर. जल जीवन मिशन योजना व खान आवंटन में भ्रष्टाचार को लेकर एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर धरने पर बैठे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में लेकर चाकसू छोड़़ दिया. चाकसू में मीणा पुलिस थाना परिसर में धरना देकर बैठ गए. मीणा के धरने पर बैठने की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक थाने में एकत्रित हो गए और किरोड़ी लाल के साथ धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
सूचना के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ भी चाकसू पहुंचे और मीणा को हिरासत में लेने पर विरोध जताया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए किरोड़ी मीणा ने कहा कि जगह बदली है, लेकिन मांग नहीं बदली है. उन्होंने गहलोत सकरार पर भ्रष्टाचारियों को बचाने का आरोप लगाया. वहीं, राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन सांसद मीणा पिछले तीन दिन से भ्रष्टाचारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराने के लिए धरने पर बैठे थे. सांसद की सुनवाई नहीं हो रही है. अब कल शुक्रवार को बीजेपी के सांसद व विधायक राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन देंगे. इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होती है तो भाजपाई सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे.
सरकार बेनकाब हो रही है : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज हो, इस मांग को लेकर धरना दे रहे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को हिरासत में ले लिया. सीएम गहलोत एक तरफ तो एफआईआर अनिवार्य की बात करते हैं वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा सांसद को हिरासत में लिया जाता है. इससे उनकी कथनी और करनी में अंतर सबके सामने आ गया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ खुद को गांधीवादी साबित करते हैं तो दूसरी ओर योजना भवन में करोड़ों रुपया मिलता है. अब सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है. भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सरकार की बुनियाद को हिला देंगे.
किरोड़ी सहित 8 पर धारा 144 के उल्लंघन का केस : इधर, पुलिस ने भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और उनके 7 समर्थकों के खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन करने का मुकदमा दर्ज किया है. जयपुर के अशोक नगर थाने में किरोड़ी लाल मीणा सहित 8 लोगों के खिलाफ अशोक नगर थाने के बाहर धरना देने के मामले में यह केस दर्ज किया गया है. इससे पहले गुरुवार को किरोड़ी लाल मीणा को अशोक नगर थाने के पास से हिरासत में लेकर चाकसू थाने ले जाया गया, जहां उन्हें हिरासत में रखा गया. इस दौरान उनके समर्थकों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध-प्रदर्शन किया.
कब क्या हुआ ? यहां जानिए पूरा मामला : दरअसल, जल जीवन मिशन में बड़े पैमाने पर धांधली और भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर इस संबंध में मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के धरने को गुरुवार को पुलिस ने नाटकीय अंदाज में हटा दिया. बीते 48 घंटे से अशोक नगर थाने के बाहर धरने पर बैठे सांसद किरोड़ी लाल मीणा गुरुवार सुबह जब नहाने और नित्यकर्म के लिए अपने घर गए तो पीछे से पुलिस ने धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को हटा दिया और वहां से पलंग, गद्दा, तकिया और पंखा भी हटवा दिया.