इंदौर। तेजी से बढ़ते महानगरों में सिमट रही हरियाली और जंगलों के उजड़ने के कारण पशु पक्षियों और वन्यजीवों का बचे रहना भी मुश्किल हो गया है. यही हाल इंदौर के हैं. यह बात और है कि यहां गिलहरियों को बचाने के लिए SGSITS (श्री गोविंदराम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस) कॉलेज कैंपस की सड़कों को कारों के लिए अब प्रतिबंधित कर दिया गया है. जिससे कि हर साल कारों से कुचलकर मारी जाने वाली गिलहरियों की जान बचाई जा सके. Cars Banned in SGSITS Collage Indore
गिलहरियों का सुरक्षित आशियाना बना SGSITS कॉलेज:दरअसल इंदौर शहर के बीचो-बीच 30 एकड़ क्षेत्र में फैले SGSITS कॉलेज कैंपस में 8 एकड़ का क्षेत्र ओपन स्पेस और इको फ्रेंडली गार्डन के रूप में विकसित किया गया है. जो अब शहर की करीब डेढ़ हजार गिलहरियों का सुरक्षित आशियाना है. इस कॉलेज में गिलहरियों को बचाने के लिए किये जा रहे प्रयास के फलस्वरुप यह संभव हो सका है. कुछ सालों पहले तक स्थिति यह थी कि यहां मुख्य द्वार के पास कई पेड़ों पर गिलहरियों के घोसले होने के कारण यहां से गुजरने वाली कारों से कुचलकर हर साल कई गिलहरियों की मौत हो जाती थी.
कॉलेज परिसर नो व्हीकल जोन में तब्दील:कॉलेज प्रबंधन ने यह समस्या देखी इसके बाद फैसला किया गया कि जिन दोनों सड़कों के आसपास गिलहरियां ज्यादा हैं, उन सड़कों को नो व्हीकल जोन में तब्दील कर दिया जाए. इसके बाद यहां बैरिकेडिंग करके बाकायदा सिक्योरिटी गार्ड तैनात कर दिए गए हैं. करीब 2 साल बाद अब स्थिति यह है कि गिलहरियों की मौत पर प्रभावी नियंत्रण किया जा रहा है. वही कारों की आवाजाही भी सघन गिलहरी वाले क्षेत्र में रुक गई है. कॉलेज कैंपस के बाहर ही पार्किंग की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है. इस दौरान जो लोग ऑफिस तक जाने के लिए यहां पहुंचते हैं उन्हें कई बार साइकिल उपलब्ध कराई जाती है.