छिंदवाड़ा। आप भी घूमने के शौकीन हैं और नए वर्ष में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आदिवासी अंचलों के होम स्टे आपके लिए सबसे अच्छी डेस्टिनेशन साबित हो सकते हैं. देश और दुनिया को आदिवासी संस्कृति और ग्रामीण परिवेश से रूबरू करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग द्वारा होम स्टे योजना शुरू की गई, जिसके चलते छिंदवाड़ा के तामिया अंचल के बाद अब देवगढ़ में भी होम स्टे तैयार हो रहे हैं. इससे भारतीय संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलता है तो वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं.
न्यू ईयर में शुरू किए जाएंगे 8 होम स्टे:मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की ओर से छिंदवाड़ा के देवगढ़ में बन रहे होम स्टे का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर है, नव वर्ष के शुरुआती दिनों में यह होम स्टे पर्यटकों के लिए खोल दिये जायेंगे. होम स्टे खुल जाने से देवगढ़ घूमना और प्रकृति के बीच रात रुकना आसान हो जायेगा. जिला पुरातत्व, पर्यटन व संस्कृति परिषद के नोडल अधिकारी बलराम राजपूत ने बताया कि कलेक्टर मनोज पुष्प व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पार्थ जैसवाल के कुशल मार्गदर्शन में जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने व पर्यटकों को सुविधाए देने की गतिविधियां संचालित की जा रहीं हैं. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने जिले के विकासखंड मोहखेड़ के ग्राम देवगढ़ में 8 होम स्टे मंजूर किए थे, जिनका जुलाई माह में भूमिपूजन किया गया था. इसमें से कुछ होम स्टे बनकर तैयार हो गये हैं और यह होम स्टे नये साल के शुरुआती दिनों में खोले जायेंगे.
आलीशान किला और सैंकड़ो बावड़ी यहां की पहचान:बलराम राजपूत ने बताया कि देवगढ़ में जंगल-पहाड़-नदी के साथ ही गोंड शासन काल का आलीशान किला भी है, साथ ही सदियों पुरानी बावड़ियां भी देखने योग्य हैं. देवगढ़ के पास अद्भुत लिलाही जलप्रपात भी है, अभी तक पर्यटकों के रुकने की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को देवगढ़ से वापस आना पड़ता था, लेकिन मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की होम स्टे योजना का लाभ मिल जाने से 8 होम स्टे बन रहे हैं, जिससे देवगढ़ में रुकना आसान हो जायेगा. गांव में पर्यटकों के रुकने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी, पहले चरण में 3 होम स्टे पर्यटकों के लिए उपलब्ध होंगे. इसके बाद आने वाले कुछ दिनों में सभी उपलब्ध हो जायेंगे.