ग्वालियर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ग्वालियर चंबल अंचल में गुर्जर आंदोलन ने सरकार की नींद उड़ा कर रख दी. सोशल मीडिया पर 12 अक्टूबर को ग्वालियर में जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है. जिसके कारण सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं. सोशल मीडिया के जरिए लगातार आंदोलन का ऐलान किया जा रहा है. जिसको लेकर पुलिस प्रशासन ने प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है. वहीं इस गुर्जर आंदोलन की चेतावनी को लेकर सरकार भी चिंतित है कि इस चुनावी मौसम में अगर माहौल बिगड़ा तो उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है.
12 अक्टूबर को गुर्जर समाज का जेल भरो आंदोलन: दरअसल, मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव से पहले राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश में गुर्जर समाज आर पार की लड़ाई के मूड में उतर आया है. यही कारण है कि पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर यह कैंपेन चलाया जा रहा है कि ग्वालियर में 12 अक्टूबर को गुर्जर समाज का बड़ा जेल भरो आंदोलन है. इसी दौरान भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण ने सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट किया कि ' गुर्जरों के सम्मान में, 12 तारीख को मेला मैदान में' और इस आंदोलन में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश से गुर्जर समाज के लोग हजारों की संख्या में एकजुट होने का दावा शोशल मीडिया पर किया जा रहा है. बता जा रहा है कि 12 तारीख को मेला मैदान में राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति के लेटरपैड पर जेल भरो आंदोलन की सूचना का पत्र कलेक्टर के पास पहुंचा. उसके बाद कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ऐसे किसी भी कार्यक्रम की मंजूरी न होने व शांति सौहार्द बिगड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.
ग्वालियर में 3 हजार बल तैनात:वहीं 12 अक्टूबर को गुर्जर आंदोलन की संभावना को लेकर पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. आंदोलन की संभावना को लेकर एसएएफ और एसटीएफ की पांच कंपनी व मुख्यालय संभाग के बल सहित लगभग 3000 का बल सुरक्षा के लिए तैयार किया गया है. वहीं शहर के सभी चेकिंग नाको पर आज रात से ही टू लेयर चेकिंग की व्यवस्था तैनात की है. पुलिस चेकिंग नाको पर बाहर से आने वाले वाहनों की सघन चेकिंग करेगी और संदेहियों पर नजर रखेगी, शहर में की ओर जाने वाले मार्गों पर भी अतिरिक्त बल तैनात रहेगा.
अलर्ट मोड पर ग्वालियर प्रशासन: एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया है कि "शहर के वरिष्ठ जन और गुर्जर समाज के वरिष्ठ लोगों से बातचीत हुई है. उनको बताया गया है कि आचार संहिता में ऐसे कार्यक्रमों की अनुमति नहीं है. साथ ही ऐसे कार्यक्रमों से शांति व्यवस्था भंग होती है. साथ ही गुर्जर समाज के लोगों की बातों को भी सुना और उनकी जो मांगे हैं, उन पर भी गौर किया जा रहा है. उन्होंने भी आश्वासन दिया है कि वह ऐसे कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे. साथ ही एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा है कि 12 अक्टूबर को गुर्जर आंदोलन की संभावना को देखते हुए हम पूरी तरह अलर्ट है. साथ ही पुलिस बल भी पूरे शहर भर के इलाकों में तैनात किया गया है. अगर इस तरह की कोई घटना सामने आती है, तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. साथ ही उन्होंने कहा है कि सोशल मीडिया पर कुछ उपद्रवी आपत्तिजनक पोस्ट भी डाल रहे हैं. उनकी भी जांच की जा रही है, उन पर भी कड़ी कार्रवाई की.