भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में जेल गए पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता राजा पटेरिया के तेवर बदलते नहीं दिख रहे हैं. उनका कहना है कि वे अब जनता को इंसाफ दिलाने के साथ गांधी वर्सेस गोडसे के इस संघर्ष को नई धार के साथ आगे बढ़ाएंगे. पटेरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा, 'हाथ में रस्सी बांध लूंगा, गले में गिरमा (पट्टा) होगा लेकिन जनता को इंसाफ दिलाने और संविधान की रक्षा के लिए मेरी लड़ाई जारी रहेगी.' आपको बता दें कि पटेरिया के खिलाफ धारा 451 (गृह अतिचार), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 505 (सार्वजनिक शरारत करने वाले बयान), 506 (आपराधिक धमकी), 115 और 117 (जनता को अपराध करने के लिए उकसाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
संवैधानिक मूल्यों की स्थापना के लिए लड़ता रहूंगा: राजा पटेरिया कहते हैं, 'हम वैचारिक लोग हैं. ये लड़ाई भी वैचारिक है. एक तरफ गांधी, नेहरू और लोहिया खड़े हैं. दूसरी तरफ सावरकर, गोलवलकर, मुसोलिनी और हिटलर. मैं तो विचारधारा की इस लड़ाई के साथ संवैधानिक मूल्यों की स्थापना के लिए लड़ता रहूंगा. शोषित पीड़ित जनता के हक में लड़ता रहूंगा. अब हाथों में रस्सी बांध कर निकलूंगा. गले में पट्टा बांध लूंगा लेकिन बोलूंगा संविधान के हक की बात. इंसाफ के लिए लड़ता रहूंगा.'
परिवार वालों से नहीं मिलने दिया:राजा पटेरिया ने कहा, 'मेरी 69 साल की उम्र हो रही है. पिछला पूरा रिकॉर्ड उठाकर देख लीजिए, मेरा कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. लेकिन जेल में मुझसे ऐसा बर्ताव किया गया कि क्या कहूं. पुलिस ने इतना डर बैठा दिया था कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह मुझसे मिलने न आते तो ये सीन भी नहीं बदलता. मुझे तो परिवार वालों से भी शुरुआत में नहीं मिलने दिया गया था. वे भी कांच से मुझे देखकर लौट जाते थे. समर्थकों की तो हिम्मत ही नहीं होती थी.'
झूठे मामलों में फंसे 80 फीसदी लोग जेल में बंद:कांग्रेसी नेतापटेरिया ने पीएम मोदी और सीएम शिवराज को शुक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें जेल भेजा इसके लिए वे इनका आभार जताते हैं. जिसकी वजह से उन्हें जेल के भीतर की जिंदगी पता चल सकी. ये मालूम हुआ कि आदिवासी शोषित 80 फीसदी लोग झूठे मुकदमों में फंसे हुए हैं.