छिंदवाड़ा।2018 के चुनाव में हिंदुत्व के रास्ते में आगे बढ़ी कांग्रेस में कमलनाथ हिंदुत्व की उसी राह पर आगे बढ़ने की तैयारी कर रहे हैं. जिस रास्ते पर चलकर बीजेपी सत्ता तक पहुंची है. कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा से कांग्रेस का हिंदुत्व का डंका बजाने समागम में कमलनाथ देशभर के महंत और मठाधीशों को भी न्योता दे रहे हैं की 4 अगस्त से होने वाली पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के दौरान छिंदवाड़ा पहुंचे और उनके द्वारा स्थापित कराई गई प्रदेश की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा के दर्शन करें.
छिंदवाड़ा में कथा के जरिए देशभर में संदेश देने का प्रयास: दरअसल अब तक बीजेपी ही अपने आपको हिंदूवादी पार्टी बताते नजर आती थी, लेकिन अब कांग्रेस भी सॉफ्ट हिंदू की राह पर चल रही है. छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा और कथा के दौरान महंत और मठाधीशों को बुलाकर कमलनाथ और कांग्रेस यह संदेश देना चाह रहे हैं कि कांग्रेस भी किसी धर्म की विरोधी नहीं है और धर्म पर किसी विशेष पार्टी का कॉपीराइट भी नहीं है. धर्म के प्रचारक किसी दल विशेष के लिए काम नहीं करते, बल्कि धर्म के लिए जो उन्हें करना चाहिए वे करते हैं. फिर चाहे आयोजनकर्ता किसी भी पार्टी का क्यों ना हो. बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के दौरान ही कांग्रेस के द्वारा बनारस, मथुरा और उज्जैन के महंतों को भी न्योता भेजा गया है.
सफल हुआ फार्मूला तो 2024 में देश के दूसरे राज्यों में होगा प्रयोग:दरअसल बीजेपी पूरे देश में हिंदुत्व और राष्ट्रवाद को लेकर ही चुनाव में कांग्रेस को हमेशा घेरती है. मध्य प्रदेश के जरिए कांग्रेस भी अब सॉफ्ट हिंदुत्व का प्रयोग कर रही है. अगर मध्य प्रदेश के 2023 के विधानसभा चुनाव में यह प्रयोग सफल होता है तो 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस से मोदी नीति की काट के रूप में दूसरे राज्यों में भी प्रयोग कर सकती है. मध्य प्रदेश को टेस्टिंग लैब के रुप में कांग्रेस ने चुना है.
एमपी के सभी कांग्रेस के दिग्गज छिंदवाड़ा में रहेंगे मौजूद: 4 अगस्त से 7 अगस्त के बीच छिंदवाड़ा के सिमरिया हनुमान मंदिर में होने वाली बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की दिव्य कथा के दौरान एमपी के सभी दिग्गज कांग्रेस नेताओं को छिंदवाड़ा में रहने के लिए भी कहा गया है, ताकि एक साथ मैसेज जा सके कि कांग्रेस भी हिंदू के लिए के लिए समर्पित है.