MP में आपत्तिजनक वेब सीरीज पर लगेगी रोक, सीएम शिवराज बोले-मध्यप्रदेश है आध्यात्मिक भूमि
एमपी-वेब सीरीज को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि ''सरकार द्वारा आपत्तिजनक वेब सीरीज को बैन करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे.'' सीएम ने कहा कि ''मध्यप्रदेश धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व की भूमि है. आपत्तिजनक वेब सीरीज के चलते आज की युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति और परंपराओं से दूर होती जा रही है, जो चिंताजनक है.''
एमपी में आपत्तिजनक वेब सीरीज पर लगेगी रोक
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Published : Apr 9, 2023, 5:51 PM IST
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ''राज्य सरकार आपत्तिजनक वेब सीरीज पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाएगी. सीएम ने कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर के भोपाल में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा कि ''देवकीनंदन ठाकुर ने आपत्तिजनक वेब सीरीज पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता के बारे में बात की थी. क्योंकि इस तरह की सामग्री के कारण युवा पीढ़ी को संस्कृति से दूर किया जा रहा है.''
मध्यप्रदेश आध्यात्मिक महत्व की भूमि:सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ''राज्य सरकार इस दिशा में आवश्यक कदम उठाएगी.'' उन्होंने कहा कि ''मध्यप्रदेश धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व की भूमि है.'' बता दें कि देवकीनंदन ठाकुर ओटीटी प्लेटफार्मों पर शो/वेब सीरीज के खिलाफ मुखर रहे हैं. उनका तर्क है कि यह सामाजिक संबंधों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती है.
कथा में शामिल हुए सीएम शिवराज:भोपाल के दशहरा मैदान में देवकीनंदन ठाकुर की श्रीमद भागवत कथा चल रही है. शनिवार को सीएम शिवराज कथा में शामिल हुए. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ''भोपाल में महाराज देवकीनंदन ठाकुर के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण का सौभाग्य प्राप्त हुआ. प्रभु से यही प्रार्थना है कि मेरे मध्यप्रदेश वासियों के जीवन का हर क्षण सुख, शांति एवं आनंद से भरा रहे.''
स्कूलों में बंद हो बेटियों का बॉलीवुड डांस:श्रीमद भागवत कथा कार्यक्रम में कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने लड़कियों के स्कूलों में बॉलीवुड डांस पर रोक लगाने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि ''भारत सरकार से वे इसके लिए आग्रह करेंगे कि स्कूल-कॉलेजों में बेटियों और बहनों के बॉलीवुड डांस पर पूरी तरह रोक लगाई जाए. ये विद्या के मंदिर हैं, जिसे अशुद्ध किया जा रहा है.'' देवकी नंदन ठाकुर ने कहा था कि ''मार्डन एजुकेशन ने बच्चों का चरित्र पूरी तरह से खराब कर दिया है. आज के बच्चे कथाओं से दूरी बनाए रखते हैं, क्योंकि कथाओं में जीवन जीने की सही राह दिखाई जाती है.''