भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस के ऊपर हमले की यह पहली घटना नहीं है और न ही सिर्फ आदिवासी जिलों में ही उनके ऊपर हमले हो रहे हैं. पुलिस के ऊपर हमले के मामले आदिवासी जिलों से लेकर चंबल क्षेत्र हो रहे हैं. यहां तक कि राजधानी भोपाल में भी पुलिस पर हमले करने के मामले सामने आए हैं. ईटीवी भारत की पैरेलल इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि सिर्फ इसी साल तीन महीने में 12 से अधिक हमले हो चुके हैं. जबकि बीते साल की रिपोर्ट के अनुसार, मप्र में 71 बार हमले किए गए थे. ज्यादातर हमले आदिवासी क्षेत्रों में अतिक्रमणकारियों द्वारा, चंबल में रेत खनन और गुना से लेकर शिवपुरी में रेत माफिया, अवैध शराब और अवैध शिकार के मामलों में ही हुए हैं. बड़ी बात यह है कि पुलिस की तरफ से अब तक कोई बहुत बड़ी कार्रवाई इन माफियाओं के खिलाफ नहीं हुई है. इससे पुलिस का मॉरल डाउन हो रहा है और कई पुलिस कर्मियों ने ट्रांसफर मांगे हैं. हालांकि अफसर इससे इंकार कर रहे हैं. बुरहानपुर एसपी राहुल लोढ़ा का कहना है कि ''हम आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं.'' जबकि जिस बुरहानपुर में अभी हमले हुए हैं, उसके आसपास के जिले झाबुआ, खरगोन और बड़वानी में भी पुलिस पार्टी पर हमले हो चुके हैं. इस पूरे मामले में होम मिनिस्टर नरोत्तम मिश्रा ने सख्ती से कार्रवाई करने की बात कही है.
7 अप्रैल 2023:भोपाल जिले के हबीबगंज थाना क्षेत्र में चोरी के मामले में पकड़ाए आरोपियों ने पुलिसकर्मी पर रॉड से हमला किया. आरोपी विशाल विश्वकर्मा पुलिसकर्मी पर रॉड से अटैक कर भाग निकला, हमले में पुलिसकर्मी को चोट आई हैं. मामले में दूसरे आरोपी जावेद को पुलिस ने पकड़ लिया है. वाहन चेकिंग के दौरान दोनों आरोपी पकड़ाए थे.
7 अप्रैल 2023:मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में 60 से अधिक लोगों की भीड़ ने पुलिस थाने पर हमला कर दिया और हवालात में बंद एक डकैत समेत तीन आरोपियों को छुड़ा कर अपने साथ लेकर चले गए. घटना नेपानगर थाने की है. हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं, जिनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के अनुसार ''भीड़ हवालात में बंद 32 हजार रुपये के इनामी डकैत हेमा मेघवाल और उसके दो अन्य साथियों को छुड़ा ले गई. घटना के दौरान चार पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात थे, जबकि हमलावरों की संख्या 60 से अधिक थी.''
11 मार्च 2023: बुरहानपुर जिले के जंगलों में अतिक्रमण करने वालों को पकड़ने के लिए सीसीएफ आरपी राय और डीएफओ अनुपम शर्मा के नेतृत्व में करीब 200 वन कर्मी और कुछ पुलिसकर्मियों की टीम घाघरला के जंगल में घुसी. पहले से तैयार बैठे अतिक्रमणकारियों ने इस टीम पर तीर व गोफन से हमला बोल दिया. हमले में एक ग्रामीण और दो वन रक्षकों को तीर लगे हैं. वनकर्मी, पुलिस और ग्रामीणों को मिलाकर अब तक 14 लोग घायल हुए हैं. सीसीएफ ने बताया था कि अतिक्रमणकारियों ने रात में देसी बम और भरमार बंदूकों से फायरिंग भी की है. बाद में फिलहाल पुलिस ने अपना बल जंगल में भेजने से इनकार कर दिया था.
2 मार्च 2023: एमपी के बुरहानपुर (Burhanpur) में वनों पर अतिक्रमण करने वालों में से चार को गिरफ्तार किया था. लेकिन इसके बाद 40-50 की संख्या में अतिक्रमणकारियों ने रेणुका वन डिपो पर हमला बोल दिया. इस दौरान वहां तैनात वनकर्मियों के साथ मारपीट की गई. एक महिला कर्मी के साथ भी अतिक्रमणकारियों ने मारपीट की.वनकर्मियों को हल्की चोटें भी आईं थीं. हमला कर अतिक्रमणकारी अपने अपने चार साथियों को छुड़ा ले गए थे.