भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में लूट की एक बड़ी वारदात बैंक मैनेजर की समझदारी के चलते टल गई. दरअसल गोल्ड लोन का काम करने वाली एक कंपनी की ब्रांच में एक आदमी पहले तो गोल्ड लोन की जानकारी लेने के बहाने ब्रांच में घुसा और बाद में मैनेजर को पिस्टल दिखा कर लूट का प्रयास करने लगा. इसी बीच धक्का-मुक्की में मैनेजर नीचे गिर गए और उन्होंने ब्रांच की सुरक्षा के लिए लगा हुआ हूटर बजा दिया. ऐसे में अचानक हूटर बजने से घबराकर लुटेरा वहां से भाग निकला. बताया जा रहा है कि कुल 4 लुटेरे इस वारदात को अंजाम देने के इरादे से आए थे, जिसमें से एक लुटेरा तो बैंक के अंदर दाखिल हुआ था, वहीं अन्य 3 बेंक के बाहर खड़े थे. फिलहाल यह पूरा घटनाक्रम ब्रांच में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ, जिसके बाद पुलिस ने लुटेरों के और भी जगह के सीसीटीवी फुटेज देखे हैं. मामले पर पुलिस का कहना है कि आरोपियों को चिन्हित कर लिया गया है, जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी.
मैनेजर के आइडिया से बची बैंक लूट:राजधानी भोपाल के पिपलानी थाने के थाना प्रभारी अजय नायक ने बताया कि "भेल कारखाने के स्वर्ण जयंती गेट के सामने इंद्रपुरी में फेड बैंक फर्स्ट गोल्ड लोन नाम से कंपनी है, यह कंपनी गोल्ड गिरवी रखकर लोन देने का काम करती है. बुधवार सुबह साढ़े 9 बजे मैनेजर विक्रांत राजवैद्य अपने 2 कर्मचारियों दीपक अहिरवार और जितेंद्र के साथ ब्रांच खोलकर अंदर पहुंचे. इस दौरान गेट पर सुरक्षा गार्ड मौजूद था, आधे घंटे बाद एक युवक गार्ड के पास पहुंचा और बोला कि उसे गोल्ड लोन लेने की प्रक्रिया के बारे में पूछताछ करनी है, इस पर गार्ड ने उसे अंदर जाने दिया और चैनल गेट लगा दिया. बदमाश के भीतर दाखिल होने के बाद बाहर खड़े उसके 3 अन्य साथी गार्ड के पास पहुंचे, 3 में से 1 बदमाश ने गार्ड को पिस्टल अड़ाते हुए गेट खोलने को कहा. गार्ड ने उसे धक्का देकर दूर किया और खुद कार्यालय के भीतर की तरफ भागा, तब तक बैंक में पहले से दाखिल हुआ बदमाश मैनेजर के साथ झूमाझटकी करने लगा था. गार्ड के पीछे अंदर पहुंचे तीनों बदमाशों में से 1 ने पहले से बैंक में घुसे बदमाश को फेंक कर कट्टा दिया, लेकिन वह गिर गया. इसी बीच मैनेजर विक्रांत ने मौका पाकर इमरजेंसी हूटर बजा दिया. हूटर की आवाज सुनकर चारों बदमाश बाहर की तरफ भागे और 2 मोटर साइकिलों पर सवार होकर आनंद नगर की तरफ भाग निकल गए.