सागर। रहली विधानसभा क्षेत्र में सिर्फ शराबबंदी को लेकर ही नहीं, बल्कि राशन माफिया, रोजगार का अभाव शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर गुलाबी गैंग ने मोर्चा खोला है. यह गैंग सागर जिला पंचायत की सदस्य ज्योति पटेल की अगुवाई में काम कर रही है. गैंग के लोग क्षेत्र का दौरा कर महिलाओं को जागरूक कर रही हैं. ज्योति पटेल का कहना है कि, मंत्री गोपाल भार्गव पिछले 40 साल से विधायक और 20 साल से मंत्री हैं, लेकिन उनके विधानसभा क्षेत्र में रोजगार के अभाव में लोग पलायन कर रहे हैं. एक तरफ मुफ्त राशन का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, लेकिन लोगों को राशन नहीं मिल रहा है. हालांकि गुलाबी गैंग की सक्रियता पर सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं. क्योंकि, गुलाबी के चुनावी साल में ही सक्रिय होती है.
बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष: वर्ष 2017-18 की तरह अब 2023 में रहली विधानसभा क्षेत्र में गुलाबी गैंग एक बार फिर सक्रिय हुई है. इस बार गुलाबी गैंग सिर्फ शराबबंदी को लेकर नहीं, बल्कि बुनियादी सुविधाओं को लेकर भी सक्रिय है. इसमें शराबबंदी के साथ-साथ राशन माफिया, शिक्षा की गुणवत्ता, रोजगार के लिए पलायन और स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं को प्रमुख रखा गया है. गुलाबी गैंग की अगुवाई कर रही जिला पंचायत सदस्य ज्योति पटेल का कहना है कि, आज जो हमारे क्षेत्र में गुलाबी गैंग के द्वारा जन अधिकार यात्रा निकाली जा रही है. ये चुनावी मौसम में या चुनावी साल में नहीं, बल्कि लगातार 5-6 साल से शराबबंदी के माध्यम से चलाई जा रही है. पिछली बार हमने केवल शराबबंदी के लिए मुहिम चलाई थी. अब पूरे क्षेत्र की समस्याओं को देखते हुए हमारी गुलाबी गैंग की जन अधिकार यात्रा में शराबबंदी के अलावा उच्च गुणवत्ता शिक्षा, नियमित राशन वितरण, रोजगार की समस्या, महंगाई को लेकर हम पूरे क्षेत्र में जन अधिकार यात्रा के जरिए घरों में महिलाओं से संपर्क करके जन जागरूकता का काम कर रहे हैं.
नहीं मिल रहा लोगों को सुविधाओं का लाभ: गुलाबी गैंग के जरिए जन जागरूकता का काम कर रही जिला पंचायत सदस्य ज्योति पटेल का कहना है कि, जिस विधानसभा क्षेत्र को विकास का मॉडल कहा जाता है, वहां कई तरह की बुनियादी समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं. आज जब हम लोगों के घर जा रहे हैं, हर परिवार से पूछ रहे हैं, तो हर परिवार में एक नहीं अनेकों समस्याएं हैं। कई जगह जब हम हरिजन बस्तियों में जाते हैं, तो वहां की पूरी की पूरी बस्ती में खाली रहती हैं. वहां के लोग रोजगार की तलाश में दिल्ली, मुंबई और पूना जा रहे हैं. तो आप बताइए कि 20 साल से मंत्री हैं. लगातार 40 साल से विधायक गोपाल भार्गव है. परंतु आज तक रोजगार की व्यवस्था पूरे क्षेत्र में नहीं कर पाए. क्या केवल सड़कों के माध्यम से लोगों का पेट भर रहे हैं. वह सिर्फ अपने लोगों का पेट भर रहे हैं. आज जिस गांव में हम खड़े हैं,यह गांव चंद्रपुरा है. यहां पर एक भी घर में नल जल का कनेक्शन नहीं है. एक ही घर में पानी नहीं पहुंच रहा है. रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है.इस गांव में एक भी कुटीर आवंटित नहीं की गई है. विकास केवल चंद लोगों का होता है. हर गांव में उनके तीन चार लोग होते हैं और उनको करोड़पति बनाने का काम हो रहा है.