सतना। जिले के मुकुंदपुर सफारी में सफेद बाघिन की मौत हो गई है. बाघिन का नाम विंध्या था, जो काफी लंबे समय से बीमार थी. विंध्या की उम्र करीब 16 वर्ष थी. आज उसका निधन हो गया. जिसका दाह संस्कार रीति रिवाज से किया गया. बता दें मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर में अभी तक कई बाघ-बाघिन की मौत हो चुकी है. सतना के मुकुंदपुर टाइगर सफारी में इस समय माहौल गमगीन है. यहां की शान कही जाने वाली विंध्या नहीं रही. अमूमन एक बाघ की औसत उम्र 20 साल होती है. मगर कहा यह जा रहा है कि विंध्या 16 साल की उम्र में ही दुनिया से रुखसत हो गई. यह एमपी की पहली सफेद बाघिन थी जिसे देखने के लिए दुनिया भर से लोग आते थे. मगर पिछले काफी समय से वह बीमार थी और वन अधिकारियों के साथ ही डॉक्टर्स उसका इलाज कर रहे थे.
विंध्या बाघिन की मौत: विंध्य क्षेत्र की शान महाराजा मार्तंड सिंह मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में आज शोक की लहर दौड़ गई. मुकुंदपुर चिड़ियाघर की शान 16 वर्षीय सफेद बाघिन की आज लंबी बीमारी के चलते दुखद निधन हो गया. विंध्य क्षेत्र में काफी लंबे समय के बाद टाइगर की वापसी हुई थी. बता दें कि 3 अप्रैल 2016 में विश्व की पहली व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर जू का लोकार्पण हुआ था. विंध्या बाघिन यहां की पहली टाइगर थी. जिसने करीब 16 वर्ष की उम्र के बाद सफारी का साथ छोड़ दिया.
लंबे समय से चल रही थी बीमार: विंध्या इस टाइगर सफारी के लिए लोगों के आकर्षण का केंद्र हमेशा से रही है. जानकारी के मुताबिक विंध्या काफी लंबे समय से बीमार चल रही थी. उसने खाना पीना छोड़ दिया था. सफेद बाघिन के निधन की जानकारी मिलते ही राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला सहित अधिकारी कर्मचारी मुकुंदपुर जू पहुंचे. जहां उन्होंने विंध्या को श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया. बता दें कि साल 2021 में राधा नाम की सफेद बाघिन की मौत हुई थी. वहीं आज विंध्या बाघिन की मौत हो गई. इस बारे में सतना वन विभाग के डीएफओ विपिन पटेल ने बताया कि व्हाइट टाइगर मुकुंदपुर सफारी जू में 16 वर्षीय बाघिन विंध्या का आज निधन हो गया है. यह काफी समय से बीमार थी. लगातार इलाज किया जा रहा था, लेकिन लंबे समय से भोजन छोड़ देने के बाद उसका आज दुखद निधन हो गया है. जिसका दाह संस्कार नियम पूर्वक किया जा रहा है.