हरिद्वार :देश की पहली एवरेस्ट महिला विजेता बछेंद्री पाल आज हरिद्वार में थीं. उन्होंने हिमालय पर्वत श्रृंखला के पहाड़ों को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि असंतुलित विकास के कारण आज उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि देश के अन्य पहाड़ी राज्यों में भी पर्यावरण का संतुलन बिगड़ता जा रहा है. बछेंद्री पाल को हरिद्वार की हरित धरा संस्था ने अपना हिमालयन एम्बेसडर बनाया है.
हरिद्वार में हरित धरा संस्था द्वारा पर्यावरण पर आधारित एक गोष्ठी में बछेंद्री पाल आई थीं. बछेंद्री पाल ने कहा कि तथाकथित विकास के नाम पर हिमालय पर्वत में जो बदलाव हो रहे हैं, उसका बुरा असर पहाड़ों में ही नहीं मैदानी क्षेत्रों में भी पड़ रहा है. इसलिए देश में संतुलित विकास होना चाहिए.
देश की पहली महिला एवरेस्ट विजेता ने कहा कि अपने हिमालय को बचाने के लिए सरकार के साथ-साथ आम जनसहयोग भी बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि विकास भी बहुत जरूरी है. लेकिन विकास के नाम पर पर्यावरण से छेड़छाड़ हर बार इंसानों को ही झेलना पड़ा है. इसके कई उदाहरण हैं.
बछेंद्री पाल ने कहा कि ऐसे में सभी लोग जागरूक हो कर पर्यावरण की ओर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि हिमालय में हो रहे बदलाव की आहट समुद्री इलाकों में भी सुनवाई दे रही है. बछेंद्री ने कहा कि हिमालय के पर्यावरण से छेड़छाड़ का असर कोलकाता तक दिख रहा है. उन्होंने कहा कि हिमालय पर जो पेड़ काटे जा रहे हैं उसके बाद जो मिट्टी का बहाव हो रहा है, उसकी बदौलत कोलकाता के पास न्यू मास ऑफ लैंड बन गया है.
कौन हैं बछेंद्री पाल