जहानाबाद: मैं तो अपनी मां की कोख में नौ महीने से बड़े प्यार से था. मां मेरी हर हरकत पर हंसती थी. मुझे बस उस दिन का इंतजार था कि मैं कबमां की कोख से बहार आऊं. आज वो दिन भी आ गया. मुझे दर्द हो रहा है! मां तुम कहां हो? क्या मुझे मां की गोद की जगह सदर अस्पताल का बाथरूम में मिलेगा? यह दर्द उस नवजात बच्चे का है, जिसको एक मां ने मंगलवार को जहानाबाद सदर अस्पताल के टॉयलेट में फेंक दिया और कमोड के फ्लश को चलाकर फुर्र हो गई. दिल दहला देने वाले वाकये को जिसने भी सुना वो निर्दयी मां की ममता और उसकी मजबूरियों दोनों को कोस रहा है.
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मां की ममता कलंकित:दरअसल, पूरा मामला जहानाबाद के सदर अस्पताल का है. जहां एक महिला ने नवजात को जन्म देने के तुरंत बाद उसे अस्पताल के टॉयलेट कमोड में फेंक दिया और फ्लश करके भाग निकली. इसकी जानकारी तब हुई जब एक मरीज बाथरूम गया. वहां उसने देखा कि एक महिला तेजी से बाथरूम से निकलकर भाग रही है. अंदर जाकर देखा तो टॉयलेट कमोड में बेसुध होकर नवजात पड़ा हुआ था. उसका आधा शरीर पानी में डूबा हुआ था. यह दशा देखकर मरीज बाहर आया और अस्पताल के स्टाफ से सहयोग लेकर उसे बाहर निकलवाया.