दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

Mother Daughter Burnt Alive: घर के अंदर जिंदा जल रही थी मां-बेटी, बाहर परिजन आने का कर रहे थे इंतजार

झारखंड के खूंटी में आग की घटना सामने आई है. खूंटी थाना क्षेत्र के अमृतपुर में वृद्ध मां और मूकबधिर बेटी की आग में जलने से दर्दनाक मौत हो गयी. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.

Mother daughter burnt alive to death due to fire in Khunti
डिजाइन इमेज

By

Published : Feb 7, 2023, 6:45 PM IST

देखें वीडियो

खूंटीः जिला में आग की घटना से दो की मौत हो गयी है. शहर के बीचोंबीच स्थित एसएसएस स्कूल के पीछे अमृतपुर गांव के एक घर में आग लगने से मां और बेटी की मौत हो गई. इस घटना में पूरा घर जलकर खाक हो गया.

इसे भी पढ़ें-Fire in Gumla: कबाड़ी दुकान में लगी भीषण आग, लाखों रुपये का सामान जलकर राख

खूंटी में घर में आग लगने की घटना को लेकर बताया जा रहा है कि तीन महिला एक घर में रहती थीं. मंगलवार तड़के सुबह घर में शार्ट सर्किट से आग लग गयी. इस आग की चपेट में पूरा घर जल गया, इसमें 75 वर्षीय सुशाना कच्छप और उनकी 35 वर्षीय मूक-बधिर पुत्री पुष्पा कच्छप की मौत हो गयी. सुबह 5 बजे घटना की जानकारी खूंटी थाना को मिली. सूचना प्राप्त होने पर थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने घर में लगी आग को किसी तरह बुझाया, इसके बाद घर के अंदर से मां और बेटी के शव को बाहर निकाला. शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, साथ ही मामले की जांच में जुट गयी है.

इस घटना को लेकर थाना प्रभारी पिंकू कुमार यादव ने बताया कि स्थानीय लोगों द्वारा सुबह 5 बजे पुलिस को सूचना दी गई. घटना की जनकारी मिलने पर पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंची और बिजली विभाग द्वारा पावर कट करवाया गया. इसके बाद आग को बुझाकर, मां-बेटी के शव को घर से बाहर निकाला गया. थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक अनुसंधान में शार्ट सर्किट के कारण आग लगने की आशंका है लेकिन पूरे मामले की जांच की जा रही है.

मदद के लिए आवाज भी नहीं लगा पाई लाचार मां-बेटीः वृद्धा सुशाना कच्छप अपनी मूक-बधिर पुत्री परिजनों के साथ मिलकर मुर्गी और बकरी पालन करती थीं. जिस वक्त घर में आग लगी उस वक्त घर के भीतर मुर्गी और बकरियां भी बंद थीं. आग को देखकर परिजन पहले मुर्गी और बकरियों को घर से बाहर निकालने लगे लेकिन अंदर सो रही मां और बेटी का ख्याल किसी को नहीं आया. घर में आग लगने के बाद भी लाचार वृद्धा और उनकी मूक-बधिर पुत्री मदद के लिए भी किसी को पुकार नहीं सकी.

इधर परिजन भी मुर्गी और बकरियों को बाहर निकालने में व्यस्त रहे, उनको बाहर निकालने तक घर में आग की लपटें उठने लगीं किसी भी हिम्मत नहीं हुई कि घर के भीतर जाकर उन्हें तलाश करे. जिसके बाद परिजन घर के ही बाहर मां बेटी का इंतजार करने लगे. लेकिन तब तक आग में जलने से उन दोनों की मौत हो चुकी थी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details