कमारेड्डी:तेलंगाना के शहर कमारेड्डी स्थित न्यू महाराजा लॉज में मां-बेटे ने आग लगाकर खुदकुशी कर ली. लॉज के एक स्टाफ ने आज सुबह तड़के ही कमरे से आग निकलते हुए देखी, जिसके बाद उसने पुलिस को घटना की सूचना दी. मृतकों की पहचान पद्मा(मां) और संतोष(बेटा) के रूप में हुई है जो राम्यापेट, कमारेड्डी के रहने वाले हैं. मिली जानकारी के अनुसार, उपचार कराने आईं पद्मा, अपने बेटे के साथ 11 अप्रैल को लॉज में ठहरी थी. घटना के स्थान का निरीक्षण डीसीपी सोमनाथम और सीआई नरेश ने किया.
इसके बाद पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. उन्हें मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है. इस सुसाइड नोट में मृतक ने 7 लोगों की तस्वीर चस्पा कर, इन्हें अपनी और अपने मां की खुदकुशी करने का कारण बताया है. इसके साथ ही यह भी बताया गया कि खुदकुशी करने से पहले मां-बेटे ने एक वीडियो रिकार्ड की थी जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई. वीडियो में उन्होंने आत्महत्या करने का कारण बताया कि कैसे उनके परिवार के साथ धोखाधड़ी की गई जिससे उन्हें काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा.
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वीडियो में संतोष ने बताया कि, 'मैंने बसम स्रिनू के साथ व्यापार शुरू किया था. उस समय स्रिनू के पास पैसे नहीं थे, तब जितेंद्र गौड़ ने उसे पैसे दिए. बाद में जितेंद्र गौड़ ने हमारे व्यापार में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी की मांग की लेकिन हमने कहा कि ये मुमकिन नहीं है. इसके बाद उसने यह फेसबुक पर पोस्ट किया जिसपर मुझे पुलिस स्टेशन बुलाया गया जहां सीआई नागार्जुन ने मेरा फोन ले लिया और मुझे झूठे केस में फंसाने का प्रयास किया.' वीडियो में संतोष ने आगे बताया कि, 'अगले दिन मैंने मेडक के एसपी के पास कंप्लेन लिखाई जिसके दस दिन बाद मुझे फेसबुक पोस्ट के इल्जाम के मामले में राहत मिली. लेकिन पुलिस ने मेरे फोन की जानकारी जितेंद्र को दे दी. फोन में मौजूद सूचना से परेशान जितेंद्र गौड़ के आदमियों ने मुझे पूरे एक साल तक परेशान किया. इस संबंध में मैंने थाने में भी सूचना दी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. मेरे कर्ज लेने के बाद मेरे परिवार को तंग किया गया जिससे मैं भी परेशान हो गया. मैं एक भरोसेमंद दोस्त से धोखा दिए जाने को बर्दाश्त नहीं कर सकता था. मैं और मेरी मां खुदकुशी कर रहे हैं क्योंकि हम इस कठिनाई और नहीं झेल सकते.'