हैदराबाद: देश की मीडिया में इन दिनों ड्रग्स केस की ख़बरे सुर्खियां बटोर रही हैं. फिर चाहे शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी हो या फिर गुजरात में अडाणी के मुंद्रा पोर्ट पर मिली 21 हजार करोड़ की ड्रग्स. वैसे देश में ड्रग्स तस्करी की जांच के मामले पिछले करीब एक साल से चर्चा में हैं. 14 जून 2020 को बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद ड्रग्स के कारोबार को लेकर एनसीबी समेत तमाम जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए. उसके बाद मुंबई से लेकर हैदराबाद तक के फिल्मी सितारे और ड्रग तस्कर जांच एजेंसियों के रडार पर हैं.
भारत में इन सुर्खियों के बीच कोलंबिया में एक ड्रग तस्कर की गिरफ्तारी हुई है. वो भी कोई छोटा मोटा नहीं बल्कि कोलंबिया का सबसे बड़ा तस्कर, जिसपर करोड़ों का इनाम था. इस तस्कर की कहानी किसी हॉलीवुड फिल्म की तरह है जिसे पकड़ने के लिए पुलिस को भी फिल्म अंदाज में ऑपरेशन चलाना पड़ा. इसे ड्रग तस्करी के खिलाफ बीते दो दशक का सबसे बड़ा ऑपरेशन बताया गया है.
माजरा क्या है ?
डेयरो एंटोनियो उसागा, यही नाम है कोलंबिया के ड्रग तस्कर का, जो ओटोनिएल के नाम से फेमस था. ड्रग लॉर्ड के नाम से कुख्यात ओटोनिएल गल्फ क्लान नाम के गैंग का सरगना था. ड्रग लॉर्ड एक तरह की रैंक है जो किसी कुख्यात ड्रग तस्करी गैंग के बॉस को दी जाती है. अमेरिका, कोलंबिया, मैक्सिको ये कुछ ऐसे देश है जो ड्रग तस्करी के लिए बदनाम रहे हैं.
इसकी गिरफ्तारी कोलंबिया के लिए कितनी अहम थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गिरफ्तारी की जानकारी खुद कोलंबिया के राष्ट्रपति ने एक संदेश के जरिये लोगों को दी. कोलंबिया से अमेरिका और कई दक्षिण अमेरिकी देशों से लेकर दुनिया के कुछ अन्य देशों तक उसकी तस्करी का जाल फैला था. कोलंबिया की सेना, वायु सेना और पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में उसे गिरफ्तार किया गया.
लाखों नहीं करोड़ों का इनामी तस्कर
ओटोनिएल का सुराग देने वाले के लिए कोलंबिया की सरकार ने 8 लाख डॉलर यानि 6 करोड़ रुपये का इनाम रखा हुआ था. जबकि अमेरिका ने उसके सिर पर 5 मिलियन डॉलर यानि 37 करोड़ रुपये का इनाम रखा था. कोलंबिया के एक ग्रामीण इलाके में अंडरग्राउंड ठिकाने से उसकी गिरफ्तारी हुई. बताया जा रहा है कि उसने ग्रामीण इलाके में कई घरों का एक जाल सा बनाया हुआ ता जहां वो ठिकाने बदलता रहता था.
फिल्मी स्टाइल में गिरफ्तारी
ड्रग तस्कर के ठिकाने का पता लगने के बाद उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाने की तैयारी हुई. कोलंबिया पुलिस के मुताबिक कई खुफिया सिग्नल से जुड़े विशेषत्र सैटेलाइट तस्वीरों के जरिये उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे. इस निगरानी के लिए अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक के एक्सपर्ट की मदद ली गई थी.
इस तस्कर की गिरफ्तारी के लिए चलाए गए अभियान में 500 सैनिक शामिल थे, जिन्हें 22 हेलीकॉप्टर्स की मदद मिल रही थी. ऑपरेशन के दौरान एक पुलिसवाले की मौत भी हुई है. 50 साल के ओटेनिएल को पकड़ने के लिए इससे पहले भी कई अभियान चलाए गए लेकिन इस बार कड़ी मशक्कत के बाद कामयाबी मिल पाई. कोलंबिया के राष्ट्रपति ने इसे किसी जंगल में कोलंबिया सैन्य इतिहास का सबसे बड़ा ऑपरेशन बताया है.
कोलंबिया के सबसे बड़े गैंग का सरगना है ओटोनिएल
गल्फ क्लैन कोलंबिया का सबसे कुख्यात गिरोह है और ओटोनिएल उसका सरगना है. गिरोह के करीब 2000 हथियारबंद सदस्य बताए जाते हैं. हथियारबंद अपराधियों का ये गिरोह ड्रग्स से लेकर मानव तस्करी और सोने की अवैध तस्करी से लेकर फिरौती, हत्या समेत तमाम अपराधों में शामिल है. ये गिरोह कोलंबिया के कई राज्यों में सक्रिय है और इसके तार कई देशों से भी जुड़े हुए हैं. इसके सदस्यों की गिरफ्तारी दक्षिण अमेरिका के देशों अर्जेंटीना, ब्रजील से लेकर पेरू और स्पेन तक से हुई है. अमेरिका से रूस तक नशीले पदार्थों की तस्कीर भी इस गिरोह का काम था.
बताया जाता है कि पहले इस गिरोह का सरगना ओटोनिएल का भाई था, एक दशक पहले एक पुलिस अभियान के दौरान उसे मौत के घाट उतार दिया गया. जिसके बाद कमान ओटोनिएल के हाथ आ गई. अब ओटोनिएल पर अमेरिका में कोकीन की तस्करी, पुलिसवालों की हत्या और बच्चों को गैंग में शामिल करने जैसे आरोप भी लगे हैं. इससे पहले साल 2009 में अमेरिका में उसे दोषी करार दिया गया था, ऐसे में अब अमेरिका भी प्रत्यर्पण की मांग कर सकता है.
कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान डुके मर्केज ने एंटोनियो की गिरफ्तारी को एक बड़ी जीत बताया है। उन्होंने इसकी तुलना तीन दशक पहले कुख्यात कोलंबियाई ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार की गिरफ्तारी से की है.
कौन था पाब्लो एस्कोबार ?
ये एक वक्त में कोलंबिया ही नहीं दुनिया के सबसे कुख्यात अपराधी का नाम है. जो ड्रग्स की तस्करी करने वाले मैडलिन गिरोह का सरगना था. अपराध की दुनिया में पाब्लो को डॉन पाब्लो, सर पॉब्लो, एल पड्रिनो (द गॉडफाडर) और एल पैट्रोन (द बॉस) के नाम से भी जाना जाता था.
1949 में एक आम किसान के घर पैदा हुआ एक बच्चा करीब 2 दशक बाद दुनिया के सबसे अमीर और सबसे खूंखार तस्कर बनने की राह पर चल निकला था. जब 2 दिसंबर 1993 को एक पुलिस मुठभेड़ में दुनिया का ये कुख्यात तस्कर मारा गया लेकिन उससे जुड़े किस्से कहानियां आज भी सुनाई जाती है खासकर उसकी अकूत धन दौलत के किस्से किसी के भी होश उड़ा देंगे क्योंकि उसे अपराध की दुनिया में अब तक का सबसे अमीर गैंगस्टर माना जाता है.