नई दिल्ली : भारत के 17 राज्यों की 20,34,14,329 से अधिक आबादी को अभी तक कोविड-19 टीकों की उनकी उचित खुराक नहीं मिल पाई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य की सूची में शीर्ष पर है जहां 1,57,22,285 लाभार्थियों ने निर्धारित अंतराल से अधिक की अवधि पार कर ली है और वैक्सीन नहीं ली है. यह एक चिंता का विषय है.
नई दिल्ली में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बातचीत के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हम सभी राज्य सरकार से लोगों को आगे आने और टीकाकरण कराने की अपील करते हैं.
वहीं, मध्य प्रदेश दूसरा ऐसा राज्य है, जहां 1,18,78,710 लाभार्थियों ने निर्धारित अंतराल की अवधि पार कर ली है और टीकाकरण नहीं करवाया है. इसके बाद राजस्थान का नंबर आता है, जहां आंकड़ों के अनुसार टीकाकरण के लिए 3,33,50,833 लाभार्थियों ने अपने निर्धारित अंतराल के 2 सप्ताह को पार कर लिया है.
वर्तमान में भारत अपने नागरिकों को कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक वी टीके दे रहा है. केंद्र ने यह भी नोट किया है कि बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, मनिओर, मेघालय, नागालैंड, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित 10 राज्यों में राष्ट्रीय औसत से कम टीकाकरण किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि टीकाकरण की दो खुराक लेना वास्तव में महत्वपूर्ण है. विडंबना यह है कि टीकों की उपलब्धता के बावजूद, कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने अभी तक अपनी आबादी को टीका नहीं लगाया है.
आंकड़ों के अनुसार, बुधवार तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास 9,51,46,749 कोविशील्ड और 1,45,59,560 कोवैक्सिन सहित कुल 12,37,64,029 टीके अभी भी उपलब्ध हैं.
अब तक 72.15 करोड़ आबादी (वयस्क आबादी का 77 प्रतिशत) को टीके की पहली खुराक और 31.38 करोड़ (वयस्क आबादी का 33.4 प्रतिशत) को टीके की दूसरी खुराक मुहैया कराई जा चुकी है.