दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

ममता की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए 10 हजार से अधिक आवेदन - ममता की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना

हाल ही में बंगाल में छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए सॉफ्ट लोन देने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की गई थी. सिर्फ छह दिन में इस योजना के लिए 10,000 से अधिक छात्रों ने आवेदन किए हैं.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

By

Published : Jul 6, 2021, 7:10 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 30 जून को छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए सॉफ्ट लोन प्रदान करने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की थी. केवल छह दिनों में इस योजना के लिए 10,000 से अधिक छात्रों ने आवेदन किए हैं.

वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'अब तक 10,000 से अधिक छात्रों ने ऋण के लिए आवेदन किया है और हम दस्तावेजों की जांच के बाद बैंकों को आवेदन भेजेंगे. छात्रों को उनके हाथ में पैसा नहीं मिलेगा. पैसा सीधे संस्थान को भेजा जाएगा. इस योजना के खिलाफ किसी भी तरह के आरोप नहीं लगने चाहिए, इसलिए हम इसे पूरी तरह से पारदर्शी बनाने की कोशिश कर रहे हैं.'

राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, 10,000 आवेदकों में से 7,000 ने राज्य में अध्ययन के लिए आवेदन किया है, जबकि बाकी आवेदक चाहते हैं कि राज्य सरकार अन्य राज्यों में उनकी पढ़ाई का वित्तपोषण करे.

प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार, राज्य सरकार को योजना के लिए राज्य के खजाने से लगभग 5000 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे और उम्मीद है कि आवेदकों की संख्या शुरुआती आंकड़ों से बहुत अधिक होगी.

अधिकारी ने कहा, 'हमें पहले साल में कर्ज की रकम करीब 1,500 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है.' राज्य सरकार के अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातर आवेदन कोलकाता और उसके उपनगरों से आए हैं.

'दक्षिण और मध्य कोलकाता से बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं. इसके अलावा, कुछ आवेदन हावड़ा और हुगली जिलों से आए हैं. 10,000 आवेदनों में से केवल 1,800 अन्य जिलों से आए हैं. हमें उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में अन्य जिले से छात्र यहां आएंगे. आवेदन करना शुरू कर देंगे और संख्या कई गुना बढ़ जाएगी.'

10 लाख रुपये तक का सॉफ्ट लोन ले सकेंगे

इस योजना के तहत, बनर्जी ने छात्रों को एक अनूठी वित्तीय सहायता की शुरुआत की, जिसके माध्यम से छात्र अपनी पढ़ाई के लिए 10 लाख रुपये तक का सॉफ्ट लोन ले सकेंगे.

छात्रों को संवितरण की तारीख से 15 साल के भीतर 4 प्रतिशत ब्याज के साथ राशि का भुगतान करना होगा. शेष ब्याज का भुगतान राज्य सरकार सीधे बैंकों को करेगी. छात्रों को कोई गारंटर पेश करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि राज्य सरकार सभी छात्रों के लिए गारंटर होगी.

यह ना केवल उन छात्रों के लिए बढ़ाया जाएगा जो इसे प्रीमियर संस्थानों में बनाते हैं, क्योंकि यह ऋण उन छात्रों को सहायता प्रदान करने के लिए भी उपलब्ध होगा जो यूपीएससी और पीएससी जैसी शीर्ष केंद्र और राज्य सरकार की नौकरियों की तैयारी करना चाहते हैं.

एक अधिकारी ने कहा, 'आईआईटीएस / आईएम / एनएलयूएस / आईएएस / आईपीएस / डब्ल्यूबीसीएस या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में उपस्थित होने के लिए विभिन्न प्रतिस्पर्धी कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को भी शिक्षा ऋण दिया जाएगा. यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न संस्थागत / गैर-संस्थागत खचरें को कवर करेगा. राज्य के छात्र फंड की कमी के कारण शिक्षा से वंचित हैं.'

पढ़ें- पश्चिम बंगाल विधान परिषद का प्रस्ताव पारित, 196 विधायकों ने किया समर्थन

इससे पहले राज्य मंत्रिमंडल द्वारा इस योजना को मंजूरी दिए जाने के बाद, मुख्यमंत्री ने कहा था, यह हमारे चुनावी घोषणा पत्र में था और यह छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कन्याश्री या सबुजश्री जैसी हमारी प्रमुख योजनाओं में से एक है.

(आईएएनएस)

ABOUT THE AUTHOR

...view details