नई दिल्ली:राजधानी में मानसून का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है. मंगलवार सुबह दिल्ली के इलाकों में मानसून ने दस्तक दे दी है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने दिल्ली समेत पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है. हालांकि, 27 जून तक दिल्ली में मानसून पहुंचने का आईएमडी का पूर्वानुमान था. वहीं, इस वर्ष दिल्ली में 19 साल बाद मानसून इतना लेट हुआ है.
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, इससे पहले साल 2002 में मानसून का आगमन 19 जुलाई को हुआ था. आमतौर पर राजधानी दिल्ली में मानसून का प्रवेश 27 जून माना जाता है. मॉनसून के सबसे अधिक लेट होने का रिकॉर्ड अब तक साल 1987 के नाम दर्ज है जबकि मानसून 26 जलाई को राजधानी में आया था. उसके बाद भी ये लेट हुआ है.
साल | मानसून का आगमन |
2020 | 25 जून |
2012 | 7 जुलाई |
2006 | 9 जुलाई |
2002 | 19 जुलाई |
1987 | 26 जुलाई |
इससे पहले बीते दिन मौसम विभाग ने दिल्ली में मानसून प्रिडिक्शन को लेकर अपना फेलियर माना था. मौसम विभाग ने 5 जुलाई को एक सूचना जारी करते हुए बताया था कि 10 जुलाई तक मानसून पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के हिस्सों समेत दिल्ली में प्रवेश कर जाएगा. ताजा सिस्टम यही दिखा रहा था, जिसमें पूर्व से आने वाली हवाएं उत्तर पश्चिमी भारत को कवर कर रही थी.
8 जुलाई से यह सिस्टम शुरू भी हुआ और मानसून का रिवाइवल भी हुआ. लेकिन दिल्ली में बहुत अधिक बारिश नहीं हुई. हालांकि यह भी कहा था कि यह बहुत सामान्य नहीं है. विभागीय अधिकारियों ने बताया था कि दिल्ली में मानसून के लिए स्थितियां अनुकूल बन रही है हवा में नमी है. बंगाल की खाड़ी के प्रेशर का भी असर था. हालांकि दिल्ली में बारिश नहीं हो रही थी.