सोनीपत में मोनिका हत्याकांड में परिजनों का बड़ा खुलासा. सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में मोनिका मर्डर केस में मामले में मोनिका के परिजनों ने बड़ा खुलासा किया है. मोनिका को कनाडा से बुलाकर हत्या करने के मामले परिजनों का कहना है कि आरोपी सुनील शादीशुदा था और दो बच्चों का पिता था. परिजनों ने इस मामले में कई खुलासे करने के साथ-साथ पुलिस पर भी सवाल उठाए हैं. दरअसल इस मामले में पुलिस तब हरकत में आई जब मामला हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के जनता दरबार में पहुंचा था. मोनिका की लाश हत्या के 9 महीने बाद आरोपी के फार्महाउस से बरामद हुई थी. अब इस मामले में मृतक मोनिका के परिजनों ने बड़ा खुलासा किया है.
आरोपी पहले से शादीशुदा था: रोहतक के बालंद गांव की रहने वाली मोनिका साल 2017 में सोनीपत में अपनी मौसी रोशनी के घर गुमड़ गांव आई थी. मौसी के मुताबिक मोनिका दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही थी. हत्या का आरोपी सुनील भी गुमड़ गांव में ही पड़ोस में रहता था. रोशनी के मुताबिक सुनील पहले से शादी शुदा था और उसकी एक बेटी और एक बेटा था. रोशनी के मुताबिक वो दूध बेचने का काम करती है और सुनील की पत्नी भी उससे दूध लिया करती थी. इसी तरह सुनील और मोनिका की जान पहचान हुई.
पुलिस की गिरफ्त में मोनिका हत्याकांड का आरोपी सुनील. मोनिका ने सुनील को बांधी थी राखी: मोनिका की मौसी रोशनी के मुताबिक सुनील मोनिका को अपनी बहन कहता था. साल 2021 में सुनील ने रक्षाबंधन के दिन मोनिका से राखी बंधवाई थी और बदले में 500 रुपये भी दिए थे. उसके बाद सुनील ने मोनिका से शादी कर ली और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया.
कनाडा से दो बार आई थी मोनिका:मोनिका के मौसेरे भाई प्रदीप के मुताबिक मोनिका कनाडा से दो बार भारत आई थी. दरअसल मोनिका बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए कनाडा जाना चाहती थी और साल 2022 की शुरुआत में उसका ये सपना सच भी हो गया. 5 जनवरी, 2022 को परिवार ने बेटी को पढ़ने के लिए कनाडा भेजा था. हालांकि कुछ दिन बाद ही 22 जनवरी, 2022 को ही सुनील ने उसे वापस बुला लिया था. मोनिका के परिजनों के मुताबिक 29 जनवरी, 2022 को सुनील ने मोनिका के साथ गाजियाबाद के आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली और 30 जनवरी को मोनिका वापस कनाडा चली गई थी. परिजनों का आरोप है कि अप्रैल, 2022 को मोनिका फिर से वापस भारत आ गई थी और फिर सुनील उसे अलग-अलग स्थानों पर साथ रखने लगा.
मोनिका के भारत में होने का हुआ शक:अप्रैल 2022 में मोनिका के मौसेरे भाई प्रदीप को उसके भारत में होने का शक हुआ. प्रदीप के मुताबिक अप्रैल महीने में मोनिका से फोन पर बातचीत के दौरान पंखा चलने की आवाज पर उसे शक हुआ कि मोनिका कनाडा में नहीं है क्योंकि अप्रैल महीने में कनाडा में सर्दी का मौसम होता है. प्रदीप ने इस बात पर शक जताया तो मोनिका ने कॉल डिस्कनेक्ट कर उनका नंबर ब्लॉक कर दिया. जब मोनिका कनाडा में थी तो फोन पर सुनील की भी बातचीत होती थी, प्रदीप के मुताबिक सुनील ने बताया था कि मोनिका का फोन खराब हो गया है.
'सुनील ने की थी मोनिका से मारपीट': परिजनों के मुताबिक अप्रैल में हुई बातचीत के दौरान मोनिका ने बताया था कि उसने सुनील और उसके कुछ दोस्तों के खिलाफ थाने में मारपीट का मामला दर्ज कराया था. लेकिन किस थाने में मामला दर्ज कराया था मोनिका इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकी थी.
सवालों में हरियाणा पुलिस: इस पूरे मामले में मोनिका के परिजनों ने हरियाणा पुलिस पर सवाल उठाए हैं. परिजनों ने मोनिका के अपहरण की शिकायत 26 अक्टूबर, 2022 को गन्नौर पुलिस को दी थी और सुनील पर आरोप लगाया था. परिजनों के मुताबिक सुनील का रिश्तेदार हरियाणा पुलिस में है, जिसके कारण गन्नौर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. मामला दर्ज नहीं होने पर 28 अक्टूबर, 2022 को परिजनों ने सोनीपत एसपी से मुलाकात की जिसके बाद गन्नौर पुलिस ने मामला दर्ज किया. इसके बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं कि जिसके बाद परिजनों ने 3 दिसंबर 2022 को हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से गुहार लगाई. गृह मंत्री ने रोहतक रेंज के आईजी को मामला सौंपा और फिर भिवानी सीआईए को ये केस सौंप दिया गया. भिवानी सीआईए की टीम ने ही 2 अप्रैल को आरोपी सुनील को गिरफ्तार किया था. जो हत्या के बाद से फरार था.
ये भी पढ़ें:प्यार का खूनी अंजाम: कनाडा से बुलाकर की प्रेमिका की हत्या, 9 महीने बाद मिली लाश
जून 2022 में हत्या के बाद दफनाया था शव: पुलिस ने आरोपी सुनील को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो सुनील ने बताया कि उसने शराब के नशे में हुई कहासुनी के दौरान जून 2022 में मोनिका की हत्या कर दी और फिर उसके शव को अपने फार्म हाउस में दफना दिया था. इसके लिए उसने मजदूरों से सेप्टिक टैंक के बहाने खुदाई करवाई और उसी गड्ढे में मोनिका के शव को दफना दिया. जिसके बाद उसने वहां पर घास भी उगाई थी ताकि किसी को भी कोई शक ना हो. हालांकि रिमांड के दौरान सुनील की निशानदेही पर पुलिस ने 3 अप्रैल को फार्म हाउस से शव के अवेशष बरामद किए थे. सुनील के मुताबिक उसने मोनिका को दो गोलियां मारी थीं. पुलिस ने शव को फिलहाल पोस्टमार्टम और डीएनए सैंपलिंग के लिए भिजवा दिया है.
इसी फार्महाउस में सुनील ने दफनाया था मोनिका का शव. सिर में मिले गोली के सिक्के:सीआईए-2 भिवानी प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार, 5 अप्रैल को दोपहर में नागरिक अस्पताल सोनीपत में मोनिका के शवों के अवशेष का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराया गया. जिसमें डॉक्टरों ने मोनिका की खोपड़ी में फंसे गोली के सिक्के मिले, जिसे पुलिस की टीम ने कब्जे में ले लिया है. अब पुलिस को डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है. फिलहाल पुलिस आरोपी को दस दिन के रिमांड पर लेकर वारदात में इस्तेमाल हुई कार और हथियार बरामद करने की कोशिश में जुटी है.
सुनील ने करवाया परिवार पर हमला: मोनिका की मौसी के मुताबिक जब उन्होंने पुलिस में शिकायत दी थी तो सुनील ने 2 नवंबर, 2022 को अपने साथियों से उनके घर पर हमला भी करवाया था. जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी और बकायदा सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंपे थे लेकिन पुलिस ने इस बार भी कोई एक्शन नहीं लिया था. बाद में 16 नवंबर, 2022 को अपहरण का मुकदमा दर्ज कर सुनील को नामजद किया गया था.
सभी आरोपियों की गिरफ्तारी तक नहीं करेंगे अंतिम संस्कार: मोनिका के परिजनों ने सुनील के अलावा उसकी पत्नी समेत दोस्तों पर भी संगीन आरोप लगाए हैं. सुनील फिलहाल पुलिस रिमांड पर है लेकिन परिजनों का कहना है कि जब तक इस मामले से जुड़े सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक वो मोनिका का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. पुलिस के मुताबिक सुनील आपराधिक प्रवृत्ति का है और उसके खिलाफ मारपीट, अवैध हथियार रखने, जान से मारने की कोशिश समेत सात मुकदमे दर्ज हैं.
ये भी पढ़ें:कनाडा से बुलाकर लड़की की हत्या, फार्म हाउस में दफनाया शव, 9 महीने बाद ऐसे हुआ खुलासा