नई दिल्ली: व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि भारत द्वारा जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना एक गर्व का क्षण था. उन्होंने कहा कि अतीत में अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं और मोदी सरकार ने कांग्रेस पार्टी और नेहरू-गांधी परिवार से सीखा है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने देश के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त करने के प्रयास किए.
वाड्रा ने कहा कहा, 'मैं जी20 शिखर सम्मेलन में आए सभी मेहमानों को बधाई देता हूं. यह गर्व का क्षण था. मुझे याद है जब इंदिराजी ने ऐसे आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और प्रियंका के परिवार और गांधी परिवार ने हमेशा हमारे देश को अंतरराष्ट्रीय समर्थन लाने के लिए बहुत कुछ किया है और आगे भी करते रहेंगे. ऐसा कर रहे हैं. मुझे उनके (नेताओं और प्रतिनिधियों) यहां आने पर गर्व है.
कांग्रेस नेता शशि थरूर की उस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि जी-20 घोषणापत्र एक कूटनीतिक जीत है, वाड्रा ने कहा, 'मैं इसे निश्चित रूप से देखता हूं.' जैसा कि मैंने कहा, 'मोदी सरकार ने इंदिरा गांधी और गांधी परिवार और कांग्रेस से सीखा है जिन्होंने हमेशा सभी अंतरराष्ट्रीय समर्थन में मदद की है और इस तरह की घटनाएं हुई हैं. आइए इसे न भूलें.'
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, 'मैं भारत में आए सभी प्रतिनिधियों और हर किसी का स्वागत करता हूं और मुझे यकीन है कि उनकी यात्रा सफल रही है. मुझे यकीन है कि आगे भी इस तरह के कई कार्यक्रम होंगे. मेरा परिवार भी सभी प्रतिनिधियों का समर्थन करने के लिए हमेशा मौजूद रहा.' कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एएनआई से कहा था कि दिल्ली घोषणा निस्संदेह भारत के लिए एक कूटनीतिक जीत थी. इसपर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, 'यह एक अच्छी उपलब्धि है क्योंकि जब तक जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित नहीं किया जा रहा था, तब तक व्यापक उम्मीद थी कि कोई समझौता नहीं होगा और इसलिए एक संयुक्त विज्ञप्ति संभव नहीं हो सकता था.