नई दिल्ली :कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की खराब स्थिति के लिए मोदी सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर उनके मूल्य को कम करने के लिए उन्हें नष्ट करने की कोशिश कर रही है, ताकि वे इन बैंकों को निजी क्षेत्र को सौंप सकें. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भी कुछ आंकड़े साझा किए, जिससे पता चलता है कि मोदी शासन के पिछले सात वर्षों में एनपीए और बट्टे खाते (loan write offs) कई गुना बढ़ गए हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरबीआई से मिली जानकारी के आधार पर दावा किया कि 2014 में एनडीए के सत्ता में आने के बाद से बैंक धोखाधड़ी से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 5 लाख 30 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि एनडीए के सात साल और छह महीने के कार्यकाल के दौरान, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या और अन्य द्वारा 5.35 ट्रिलियन रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी की गई है.