नई दिल्ली: दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी), दूरसंचार विभाग की फील्ड यूनिट और राज्य सरकारों से मार्च 2022 तक उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 1,20,613 गांवों में से (गांव नवंबर 2019 तक भारत के महापंजीयक के आंकड़ों के अनुसार हैं) संबंधित जिलों में 25 प्रतिशत से अधिक जनजातीय आबादी में से लगभग 1,00,030 (83 प्रतिशत) गांवों में मोबाइल नेटवर्क कवरेज है और 20,583 गांवों में कोई मोबाइल कवरेज नहीं है, इस बात की जानकारी आज संचार राज्य मंत्री देवसिंह चौहान ने लोकसभा में दी.
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गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी पर एक अलग सवाल के जवाब में चौहान ने कहा कि दूरसंचार ऑपरेटरों से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2022 तक देश के 6,44,131 गांवों में से लगभग 6,05,230 गांवों में मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी है और 38,901 गांवों में मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है. जनजातीय क्षेत्र में मोबाइल कवरेज पर एक प्रश्न के उत्तर में, मंत्री ने कहा कि संबंधित जिलों में 25 प्रतिशत से अधिक जनजातीय आबादी वाले 1,20,613 गांवों में से लगभग 1,00,030 या 83 प्रतिशत गांवों में मोबाइल नेटवर्क कवरेज है और 20,583 गांव के पास कोई मोबाइल कवरेज नहीं है.
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