गुमलाःझारखंड में गुमला जिले के रायकेरा जंगल में उग्र ग्रामीणों ने पेड़ की कटाई रोकने गए वन समिति अध्यक्ष की पीट-पीटकर हत्या कर दी है. इसमें वनरक्षी ने किसी तरह जंगल में घुसकर अपनी जान बचाई है. गुमला में मॉब लिंचिंग के मामले की पुलिस जांच कर रही है.
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गुमला जिला के भरनो थाना क्षेत्र के रायकेरा बांधटोली निवासी शमीम अंसारी (42) की ग्रामीणों द्वारा हत्या कर दी गयी, घटना शुक्रवार की है. मृतक शमीम अंसारी रायकेरा वन समिति का अध्यक्ष था. वह रायकेरा जंगल मे अवैध रूप से जंगल की कटाई करने वालों को रोकता था. शुक्रवार सुबह भी कुछ लोग जंगल मे लकड़ी काट रहे थे तभी शमीम अंसारी ने वन विभाग को इसकी सूचना दी और वनरक्षी नवल किशोर को बुलाकर ग्रामीणों को जंगल से लकड़ी काटने से मना करने गया.
इस दौरान ग्रामीणों और इनके बीच नोकझोंक शुरू हो गयी. जिससे ग्रामीण उग्र हो गए और एकजुट होकर लाठी-डंडे और पत्थर से मारकर शमीम अंसारी की बेरहमी से हत्या कर दी. वनरक्षी नवल किशोर को भी ग्रामीणों ने पीटना शुरू किया तो वो वहां से किसी तरह जान बचाकर जंगल के अंदर भाग गए. घटना की सूचना मिलने पर भरनो पुलिस गांव पहुंची और शमीम अंसारी को भरनो अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद शमीम अंसारी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया है.
जंगल के अंदर छिपकर जान बचाने वाले वनरक्षी नवल किशोर को पुलिस ने जंगल से अंदर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. घटना की सूचना पर सीओ संजीव कुमार, इंस्पेक्टर श्यामानन्द मंडल, थानेदार कृष्ण कुमार तिवारी सहित काफी संख्या में लोग भरनो अस्पताल पहुंचे. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गांव के दर्जन भर लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुट गई है.