देहरादून (उत्तराखंड): विश्व कप क्रिकेट के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ तूफानी बॉलिंग करने के बाद मोहम्मद शमी चारों तरफ सबके हीरो बने हुए हैं. लेकिन मोहम्मद शमी की जिंदगी इतनी भी आसान और शोहरत भरी नहीं रही. एक समय ऐसा भी था जब मोहम्मद शमी विवादों से घिरे गए थे. उनके ऊपर न केवल देशद्रोह जैसे आरोप उनकी पत्नी ने लगाए थे, बल्कि गृह क्लेश आज भी उनका पीछा कर रहा है.
विश्व कप में बज रहा शमी का डंका:जीवन की इन तमाम झंझावतों से लड़ रहे मोहम्मद शमी क्रिकेट विश्व कप 2023 में भारत की शान बने हुए हैं. इन सब विवादों को परे रखकर शमी ने जिस तरह सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के 7 विकेट लेकर कीवीज को बाहर का रास्ता दिखाते हुए भारत को विश्व कप क्रिकेट 2023 के फाइनल में पहुंचाया, उसने साबित कर दिया कि मोहम्मद शमी कितने बड़े प्लेयर हैं. लेकिन मोहम्मद शमी के बारे में जितना टीम के लोग जानते हैं, उससे कई गुना अधिक जानते हैं, उनके दोस्त उमेश शर्मा. हरिद्वार की खानपुर विधानसभा सीट से विधायक उमेश कुमार, शमी के उस वक्त दोस्त बने जब सबने उन्हें टारगेट करना शुरू कर दिया था.
तब जिंदगी से हार रहे थे शमी- सुरेश रैना: ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि आज शमी अगर विश्व कप में लाजवाब प्रदर्शन कर रहा है और डिप्रेशन में नहीं है, तो उसमें सबसे बड़ा योगदान उमेश शर्मा का है. रैना ने बताया कि उन्होंने मोहम्मद शमी को उस वक्त देखा कि कैसे वो ना केवल अपने खेल से जूझ रहा था, बल्कि मानसिक संतुलन भी उसका सही नहीं था.
सुरेश रैना ने शमी के गर्दिश के दिनों को याद किया रैना बताते हैं कि, बस शमी को एक ही आस थी कि उसे टीम के लिए कुछ बेहतर करना है. रैना ने बताया कि एक समय ऐसा भी आया, जब वो जिंदगी से हार रहा था. इस बारे में अगर कोई और भी बेहतर बता सकता है तो वो उमेश शर्मा हैं.
घरेलू विवाद में शमी के विश्व कप खेलने पर सस्पेंश हो गया था. ऐसे लड़ी गई कानूनी लड़ाई: वहीं, शमी की स्थिति पर बात करते हुए उत्तराखंड की खानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक व शमी के खास दोस्त उमेश कुमार ने बताया कि ये बात साल 2018 की है जब उनको एक परिचित ने बताया कि शमी बेहद परेशान है. मीडिया उसे टारगेट कर रही है. तब उमेश कुमार ने शमी से पहली बार फोन पर बात की थी. अगले ही दिन उनकी मुलाकात हुई. शमी ये जानते थे कि खेल जगत के उमेश के कई मित्र हैं. ऐसे में उमेश ने उस वक्त उनका साथ एक अच्छे इंसान के नाते दिया. उमेश बताते हैं कि उस वक्त शमी को डर लगता था कि उनको कहीं पुलिस ना पकड़ ले, तब शमी एक महीने तक उमेश के घर पर रहे थे.
शमी ने जमानत के लिए कोर्ट में पेश होकर वर्ल्ड कप खेलने का रास्ता बनाया उमेश कुमार बताते हैं कि, उस एक महीने में उस घर से हमने सभी तरह की लड़ाई लड़ी. फिर वो भले ही उनकी पत्नी द्वारा लगाए गए आरोप हों या फिर कोर्ट के मामले हों, लेकिन उन्होंने मोहम्मद शमी का साथ नहीं छोड़ा. उमेश शर्मा कहते हैं कि, इसी साल 2023 के सितंबर महीने में जब कोर्ट ने उन्हें कह दिया कि वो जमानत करवाएं, अन्यथा गिरफ्तारी तय है. ऐसे में दोनों कोलकाता गए. 19 सितंबर को शमी को जमानत मिल गई. 22 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने पहली बार 5 विकेट लिए.
कोर्ट से जमानत मिलने के बाद पहले मैच में शमी ने 5 विकेट चटकाए थे. किताब में होंगे कई राज: उमेश कुमार की मानें तो शमी एक बेहद शानदार इंसान हैं. उनके बारे में और उन्हें शायद लोग इसलिए भी कम जानते हैं, क्योंकि लोगों ने उनके प्रति एक धारणा बना ली थी. उमेश बताते हैं कि जल्द ही मोहम्मद शमी को लेकर एक किताब आ रही है. ये किताब उनके जीवन के कई तरह के राज और पहलू सामने रखेगी. '30 डेज विद शमी' नाम से किताब में मैच फिक्सिंग के सच और कैसे उनके ऊपर आरोप लगे, वो कब जिंदगी से हारने लगे, उनके परिवार से लेकर बेटी की भूमिका, सभी उस किताब में होगा.
विधायक उमेश शर्मा, मोहम्मद शमी पर किताब लिख रहे हैं. उमेश कुमार की मानें तो अभी शमी केवल अपने खेल पर फोकस कर रहे हैं. उम्मीद है कि वो फाइनल में भी अपने शानदार खेल से भारतीय टीम को जीत दिलाएंगे. आपको बता दें कि उमेश शर्मा और शमी एक दूसरे के साथ की फोटो अक्सर अपने सोशल मीडिया पर डालते रहते हैं. शमी विधायक उमेश शर्मा को अपना भाई मानते हैं.
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