लक्सर (हरिद्वार): उत्तराखंड में पिछले एक हफ्ते से बरस रही आफत की बारिश गुरुवार को कुछ जिलों में थमती नजर आई. पहाड़ों से लेकर मैदान में बारिश ने ऐसा कहर बरपाया कि कई पुल, नेशनल हाईवे, मोटर मार्ग और खेत खलिहान तबाह हो गए. पहाड़ों में लैंडस्लाइड से लेकर मैदानी इलाकों में जलभराव की समस्या ने दहशत का माहौल बनाकर रखा. जलभराव के कारण हरिद्वार जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ. इस कारण हरिद्वार के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा मुसीबत बीमार, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को आ रही है.
ऐसा ही एक मामला हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र में देखने को मिला. हरिद्वार शहर से लेकर खानपुर और लक्सर विधानसभा के ग्रामीण इलाकों में 4 से 5 फीट तक पानी भरा हुआ है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस प्रशासन की टीम लगातार प्रभावित लोगों का रेस्क्यू कर रही है. इसी बीच एसडीआरएफ टीम ने एक गर्भवती महिला का रेक्स्यू कर अस्पताल पहुंचाया, जहां जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं.
जल प्रलय से प्रभावित खादर क्षेत्र: हरिद्वार के खानपुर और लक्सर क्षेत्र बारिश के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. खानपुर के खादर क्षेत्र में आपदा का सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है. वहीं, गुरुवार को बारिश थमते ही खानपुर विधायक उमेश कुमार भी अपनी पूरी टीम के साथ जलमग्न सड़कों पर उतरे नजर आए. उमेश कुमार का कहना है कि खादर क्षेत्र तीन नदियों (बांण गंगा, गंगा और सोलानी) से घिरा है. तीनों ही नदियों का तटबंध टूट चुका है और सारा पानी खादर क्षेत्र में पहुंच चुका है और वो भी रेस्क्यू टीमों के साथ लोगों की मदद कर रहे हैं.