चंबा:हिमाचल प्रदेश में एक स्कूल ऐसा भी है जहां के बच्चों को न तो अपने देश का नाम पता है और न ही अपने पीएम का. हालांकि ये बच्चे रोज सुबह प्रतिज्ञा के समय बोलते हैं कि भारत हमारा देश है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि यह सिर्फ रटी रटाई नाममात्र प्रतिज्ञा ही है बस, क्योंकि इस स्कूल के बच्चों को प्रतिज्ञा की पहली लाइन का ही मतलब नहीं पता. जिस कारण जब उनसे उनके देश का नाम पूछा गया तो सभी बच्चे खामोश हो गए. हिमाचल प्रदेश की शैक्षिक व्यवस्था की इस तरह की बदहाली को दर्शाता वीडियो चंबा जिले के पांगी से सामने आया है. जहां बच्चे रोजाना स्कूल तो जाते हैं, लेकिन शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ केवल खिलवाड़ हो रहा है.
विधायक के सामने खुली पांगी शिक्षा व्यवस्था की पोल: जिला चंबा के जनजातीय उपमंडल पांगी में शैक्षणिक व्यवस्था की की नींव ही बेहद खोखली है. हालात यह है कि यहां एक प्राईमरी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे नौनिहालों को देश के नाम तक का पता नहीं है. जबकि देश के प्रधानमंत्री का नाम भी वह नहीं जानते हैं. बुधवार को प्राइमरी स्कूल करयास के औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. जनक राज के समक्ष घाटी में शैक्षणिक व्यवस्था की पोल खुलकर सामने आ गई. लिहाजा विधायक ने शिक्षा की इस बदहाली का मामला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू और शिक्षा मंत्री के समक्ष रखने की बात कही है.
इस स्कूल के बच्चों को नहीं पता देश और PM का नाम: बुधवार को विधायक जनक राज अचानक प्राइमरी स्कूल करयास पहुंए गए. इस दौरान उन्होंने क्लाॅस रूम में पहुंच कर बच्चों से देश का नाम पूछा तो, वह इसका जवाब नहीं दे पाए, जबकि प्रधानमंत्री का नाम पूछने पर भी वह खामोश ही दिखे. लिहाजा कक्षा में बैठे विधायक ने मौके पर मौजूद शिक्षकों के समक्ष कह दिया कि यह शर्म की बात है.