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भक्तों के चंदे का दुरुपयोग आस्था का अपमान, कथित राम मंदिर भूमि घोटाले पर विपक्ष हमलावार

अयोध्या में कथित राम जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई भूमि में भ्रष्टाचार के आरोपों पर विपक्षी नेताओं ने ट्रस्ट के सचिव चंपत राय को घेरते हुए मामले की जांच की मांग की है.

भक्तों के चंदे का दुरुपयोग आस्था का अपमान, कथित राम मंदिर भूमि घोटाले पर विपक्षी नेता
भक्तों के चंदे का दुरुपयोग आस्था का अपमान, कथित राम मंदिर भूमि घोटाले पर विपक्षी नेता

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Published : Jun 14, 2021, 1:38 PM IST

Updated : Jun 14, 2021, 4:54 PM IST

हैदराबाद :अयोध्या में राम जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई भूमि में भ्रष्टाचार के आरोपों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत तमाम विपक्षी नेताओं ने मामले की जांच की मांग की है.

वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'श्रीराम स्वयं न्याय हैं, सत्य हैं, धर्म हैं- उनके नाम पर धोखा अधर्म है!'

प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा कि भक्तों के दान का दुरुपयोग पाप और उनकी आस्था का अपमान है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति के चलते भगवान के चरणों में चढ़ावा चढ़ाया. उस चंदे का दुरुपयोग अधर्म है, पाप है, उनकी आस्था का अपमान है.'

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'हे राम, ये कैसे दिन...आपके नाम पर चंदे लेकर घोटाले हो रहे है. बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच 'रावण' से अहंकार में मदमस्त हैं. सवाल है कि ₹2 करोड़ में ख़रीदी ज़मीन 10 मिनट बाद 'राम जन्मभूमि' को ₹18.50 करोड़ में कैसे बेची? अब तो लगता है ... कंसो का ही राज है, रावण हैं चहुँ ओर!'

वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा ने भी ट्वीट कर इसकी आलोचना की.

उन्होंने कहा, 'राम का साथ, मोदी का विश्वास और हमारा विकास. हद ही हो गई. राम को भी नहीं छोड़ा. अब क्या बचा? मोदी है तो मुमकिन है.'

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा, 'राम नाम की लूट है.....मतलब राम के नाम को लूटना था और राममय हो जाना था. यहां तो राम के नाम पर लूट मचा दी गई. हे राम!'

शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंदिर निर्माण का मामला उनकी पार्टी और जनता के लिए आस्था का विषय बताते हुए कहा कि इस बारे में न्यास तथा अन्य नेताओं को 'स्पष्टीकरण' देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सुबह आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने उनसे बात की है और उन्होंने जो 'साक्ष्य दिए हैं, वे स्तब्ध करने वाले हैं.'

राउत ने कहा, 'भगवान राम और राम मंदिर की लड़ाई हमारे लिए आस्था का विषय है. कुछ लोगों के लिए यह मामला राजनीतिक है. मंदिर निर्माण के लिए जो न्यास गठित किया गया उसे यह स्पष्ट करना चाहिए कि ये आरोप सही हैं या गलत. मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल हुए थे. उन्हें भी इस बारे में बोलना चाहिए. राम मंदिर आस्था का विषय है. लोगों ने आस्था के चलते ही इसके लिए दान दिया. यहां तक कि शिवसेना ने भी न्यास को एक करोड़ रूपये का दान दिया.'

क्या है मामला

गौरतलब है कि रविवार को दो विपक्षी नेताओं द्वारा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय पर आरोप लगाया कि राम मंदिर परिसर के लिए जमीन की खरीद में घोटाला हो रहा है.

आरोप है कि 2 करोड़ रुपये की जमीन 18.5 करोड़ रुपये की बढ़ी हुई कीमत पर लाई गई थी, यह आरोप आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और समाजवादी पार्टी सरकार में पूर्व मंत्री पवन पांडे द्वारा लगाया गया था.

संजय सिंह ने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि पांच मिनट में 2 करोड़ की ज़मीन 18.5 करोड़ की हो गई, मतलब प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण के लिए करोड़ो लोगो द्वारा दिए गए चंदे को अपना घर भरने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, इस घोटाले की जांच सीबीआई-ईडी से होनी चाहिए.

हालांकि चंपत राय ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि यह आरोप (धोखाधड़ी के) भ्रामक और राजनीतिक घृणा से प्रेरित हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अब तक जितनी जमीनें खरीदी हैं, सभी खुले बाजार भाव से काफी कम कीमत पर खरीदी गई हैं.

ये भी पढ़ें :Ram Mandir Scam: चंपत राय का पलटवार, बोले- आरोप भ्रामक और राजनीतिक घृणा से प्रेरित

Last Updated : Jun 14, 2021, 4:54 PM IST

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