नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह उन भारतीय छात्रों के सामने आने वाली चुनौतियों से अवगत है, जो कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के कारण अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए विदेश यात्रा करने में असमर्थ हैं और मंत्रालय संबंधित सरकारों के समक्ष प्राथमिकता के आधार पर इस मुद्दे को उठा रहा है.
एक ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि सरकार की नीतियों और प्राथमिकताओं के अनुरूप, मंत्रालय विदेश में रहने वाले भारतीयों के हितों की रक्षा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है.
उन्होंने कहा, 'हम प्राथमिकता के आधार पर इस मुद्दे को संबंधित सरकारों के साथ उठाते रहे हैं। हमने कठिनाइयों का सामना कर रहे छात्रों से भी अनुरोध किया है कि वे विदेश मंत्रालय से संपर्क करें.' अमेरिका से टीके की आपूर्ति पर एक अलग सवाल का जवाब देते हुए बागची ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने घोषणा की है कि वह पहचान किए गए देशों को कोविड-19 टीकों की 2.5 करोड़ खुराक दान करेगा.