नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के मौके पर अब तक सभी कार्यक्रम रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आयोजित होते रहे हैं जिसमें गणतंत्र दिवस परेड प्रमुख है लेकिन आगामी 26 जनवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में अब संस्कृति मंत्रालय की भी बड़ी सहभागिता रहेगी.
नृत्य और अन्य कला संबंधी कार्यक्रम के लिये कलाकारों के चयन से लेकर उनके प्रदर्शन तक की प्रक्रिया को अब जिला तहसील स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित कर किया जाएगा जो पूरी तरह संस्कृति मंत्रालय की देख-रेख में ही होगा.
शुक्रवार को देश की संस्कृति राज्यमंत्री ने यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि ऐसा आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के आदेश पर किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने आह्वान किया था कि स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर उसे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मनाया जाए और इसमें जन जन की भागीदारी सुनिश्चित की जाए. संस्कृति मंत्रालय ने इस पर विस्तृत रूप रेखा भी तैयार कर ली है.
किसी भी क्षेत्र के कलाकार ले सकते हैं भाग
16 से 22 वर्ष की आयु के कलाकार या समूह जिसमें कलाकाराें की संख्या 10 से 30 के बीच हो वह अपने नृत्य कला का 3 मिनट का वीडियो बना कर संस्कृति मंत्रालय को एप या वेबसाइट पर अपलोड कर भेज सकते हैं. इनमें से बेहतरीन प्रदर्शन वाले 3 समूह का चयन किया जाएगा और उसके बाद राज्य स्तर पर 36 वर्चुअल इवेंट किये जाएंगे. इसमें सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेश के चयनित ग्रुप हिस्सा लेंगे.