नई दिल्ली: आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में मंत्री होने के नाते, मैं आजादी के 75वें वर्ष 2022 तक हर भारतीय को घर उपलब्ध कराने के पीएम मोदी के सपने को पूरा करने की जी-जान से कोशिश करूंगा. ये प्रतिबद्धता आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री बनने के बाद सांसद कौशल किशोर (Minister of State Kaushal Kishore) ने पहली बार 'ईटीवी भारत' से खास बातचीत में दोहराई.
दलित नेता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले और यूपी के मोहनलालगंज निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के सांसद ने आगे कहा कि साल 2024 तक सभी देशवासियों को पीने के लिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा. इसी तरह हर घर में शौचालय के पीएम मोदी के सपने को भी जल्द पूरा किया जाएगा. कहा कि जनहित की ऐसी तमाम योजनाओं के प्रभाव से उत्तर प्रदेश में लोगों बीजेपी के साथ जुड़े हैं और आगे भी जुड़ेंगे.
यूपी में एआईएमआईएम को नहीं मिलेगी सफलता
उत्तर प्रदेश के 100 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने के एआईएमआईएम (AIMIM) के फैसले पर राज्य मंत्री किशोर ने कहा कि एआईएमआईएम यूपी में ध्रुवीकरण की राजनीति करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वे सफल नहीं होंगे. भाजपा बिना किसी धार्मिक पक्षपात के सबके लिए काम करती है.
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बताते चलें कि अप्रैल में सांसद किशोर के बड़े भाई की कोविड -19 की वजह से मौत हो गई थी. उसके बाद उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था और लखनऊ के दो सरकारी अस्पतालों की स्थिति पर चिंता जताई थी. कोरोना महामारी के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रबंध शैली के बारे से जुड़े सवाल के जवाब में राज्य मंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के समय ऑक्सीजन निर्माता जरूरतमंदों को समान रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं कर रहे थे. सीएम योगी ने समय रहते इस पर संज्ञान लिया था और पूरे प्रदेश में 300 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के आदेश दिए.
दरअसल, समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान कौशल किशोर ने 2003-04 तक यूपी सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था. वह मोहनलालगंज से दो बार के सांसद हैं. हाल ही में उन्हें यूपी में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राज्य प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था.