नई दिल्ली: गृह मंत्रालय (MHA) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को विभिन्न अपराधों के आरोपों में जेल में बंद कैदियों के साथ अगले महीने 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाने के लिए जेलों में कार्यक्रम आयोजित करने को कहा है. गृह मंत्रालय ने जुलाई में मनाए जाने वाले आजादी महोत्सव के लिए विस्तृत कार्यक्रम भी तैयार किए हैं.
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों, डीजी और आईजी (जेल) को जारी एक निर्देश में गृह मंत्रालय ने कहा कि जेलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम (देश भक्ति गीत, नृत्य, रंगोली, आदि) आयोजित किये जाएंगे. गृह मंत्रालय की ओर से जारी कार्यक्रम सूची में योग, ध्यान, परामर्श सत्र (नौकरी की खोज, पुनर्वास पर ध्यान देना), कैदियों के लिए देशभक्ति फिल्म आदि शामिल किये गये हैं. गैर सरकारी संगठनों, धार्मिक संगठनों के माध्यम से कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों से कहा गया है कि वे आयोजनों को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं. इसके लिए उपयुक्त निर्देश जारी करें. देश की सभी जेलों में इस कार्यक्रम को पूरे उत्साह के साथ मनाया जाए ताकि इस आयोजन को एक भव्य सफलता मिल सके.
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इससे पहले, गृह मंत्रालय ने कुछ श्रेणियों में कैदियों को विशेष छूट देने और उन्हें तीन चरणों में 15 अगस्त 2022 (स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ), 26 जनवरी 2023 (गणतंत्र दिवस) और फिर 15 अगस्त 2023 को रिहा करने का प्रस्ताव दिया था. 10 जून को अलग से एक पत्र जारी कर सूचित किया कि जेल सॉफ्टवेयर में एक विशेष मॉड्यूल जोड़ा गया है जो राज्य कारागार अधिकारियों को पात्र कैदियों के मामलों को त्वरित और सटीक तरीके से प्रोसेस करने में सुविधा प्रदान करेगा.