नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में अचानक ही सुरक्षा स्थिति को लेकर सुरक्षा बलों की चिंताएं बढ़ गईं हैं. तात्कालिक रूप से चिंता का विषय है पंडितों पर हो रहे लगातार हमले. घाटी में रह रहे पंडितों पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं. कुछ घटनाओं में आतंकियों ने राज्य के बाहर के नागरिकों पर भी हमले किए हैं. वे दहशत का महौल बनाकर रखना चाहते हैं. इसके मद्देनजर आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महत्वपूर्ण बैठक की.
शाह ने घाटी में चुनिंदा तरीके से एक के बाद एक की जा रही हत्याओं के मद्देनजर शुक्रवार को जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख मनोज पांडे तथा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उन प्रमुख लोगों में शामिल थे जिन्होंने इस बैठक में हिस्सा लिया.
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि इस बैठक में आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा इंतजाम का विषय भी उठा. यह बैठक ऐसे समय हुई जब आतंकवादियों ने कश्मीर घाटी में चुनिंदा ढंग से गैर -मुसलमानों, सुरक्षाकर्मियों, एक कलाकार एवं स्थानीय नागरिकों समेत एक के बाद एक कर कई लोगों की हत्या की है. गुरुवार को दो अलग-अलग घटनाओं में कश्मीर में एक बैंककर्मी एवं ईंट भट्टा मजदूर की हत्या कर दी गयी जबकि एक अन्य मजदूर को घायल कर दिया गया.
शाह की अध्यक्षता में आज हुई यह बैठक पिछले एक पखवाड़े से भी कम समय में दूसरी ऐसी बैठक है. इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, खुफिया ब्यूरो के प्रमुख अरविंद कुमार, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह, सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख पंकज सिंह, जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह सहित प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया. इससे पहले शाह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, रॉ सचिव सामंत गोयल और जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के साथ अनौपचारिक बैठक की थी.