नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धमकी देकर रंगदारी मांगने के मामले में नागपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. नागपुर शहर की पुलिस टीम तीन दिन से कर्नाटक राज्य के बेलगाम में डेरा डाले हुए है. कल और आज नागपुर पुलिस की एक टीम ने बेलगाम जेल में तलाशी अभियान चलाया, जहां पुलिस के हाथ दो सिम कार्ड लगे. इस सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हुए मुख्य आरोपी जयेश कांता उर्फ पुजारी ने दो महीने पहले नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में रंगदारी के लिए धमकी दी थी. नागपुर पुलिस 10 करोड़ रुपये की फिरौती मामले के मुख्य आरोपी जयेश कांता उर्फ पुजारी से पूछताछ करने बेलगाम गई और जेल में अचानक तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस को दो सिम कार्ड मिले. यह वही सिम कार्ड हैं, जिसका इस्तेमाल जयेश कांता ने गडकरी के कार्यालय में फिरौती मांगने के लिए किया था. पुलिस आरोपी जयेश कांता उर्फ पुजारी को हिरासत में ले कर पूछताछ करने का प्रयास कर रही है.
नगर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि इसके अलावा पुलिस ने बेंगलुरू की एक युवती से पूछताछ की है और ऐसा प्रतीत होता है कि वह इस साजिश में शामिल नहीं है. जिस लड़की का नाम सामने आया है उसका बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मंगलवार सुबह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में रंगदारी की मांग करते हुए तीन धमकी भरे कॉल आने के बाद नागपुर पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. रंगदारी मामले में आरोपितों की तलाश के बाद जांच फिर से बेलगाम जेल पहुंच गई है. वहीं अब इस मामले में बेंगलुरू कनेक्शन सामने आया है और पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा है कि लड़की से पुलिस पूछताछ कर रही है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर के खामला स्थित जनसंपर्क कार्यालय में मंगलवार सुबह कुछ ही मिनटों के भीतर लगातार तीन धमकी भरे फोन आए. धमकी देने वाले ने 10 करोड़ की फिरौती मांगी.