मुंबई : 15,000 करोड़ रुपये के महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले की जांच अब मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. मुंबई पुलिस ने इससे पहले 14 नवंबर को डाबर के निदेशक गौरव बर्मन और कंपनी के चेयरमैन मोहित समेत 32 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जानकारी के मुताबिक, माटुंगा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई है. पुलिस ने महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर सहित 30 से अधिक संदिग्धों पर मामला दर्ज किया है.
माटुंगा के एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बनकर की शिकायत के बाद पुलिस ने रवि उप्पल और शुभ सोनी पर धोखाधड़ी और जुआ सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. सामाजिक कार्यकर्ता बैंकर ने दावा किया कि इस मामले में लोगों से 15,000 करोड़ रुपये की ठगी की गई है. यह भी आरोप है कि आरोपियों को हवाला लेनदेन से पैसे मिले थे. मामला हाई-प्रोफाइल हो गया क्योंकि महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में अभिनेता और व्यवसायी भी रडार पर आ गए. ईडी इस मामले की जांच कर रही है क्योंकि आरोप है कि पैसे का लेन-देन हवाला के जरिए हुआ है.
छत्तीसगढ़ में चल रहे विधानसभा चुनाव के दौरान महादेव बेटिंग ने राजनीति में हलचल मचा दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधा. लेकिन मुख्यमंत्री बघेल ने घोटाले के सभी आरोपों से इनकार किया है.