छत्रपति संभाजीनगर : संभाजीनगर शहर के वालाज इलाके में छत्रपति को पंढरपुर के नाम से जाना जाता है. यहां एक प्राचीन विट्ठल रुक्माई मंदिर है. एकादशी के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इसी के तहत पुलिस ने शांति समिति की बैठक की और नागरिकों को पुलिस की ओर से कुछ निर्देश दिये गये. उस समय पंढरपुर के आसपास रहीमपुर, नारायणपुर, शेंदूर, वाडा, तुर्कबोध, वालुज जैसे 41 गांवों की मस्जिदों के इमाम और लड़कियां बैठक में शामिल हुईं. हिंदुओं के इस पवित्र त्योहार में ज्यादातर लोग व्रत रखते हैं. इसलिए, यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष ईद पर कोई कुर्बानी नहीं दी जाएगी.
हिंदुओं के महत्वपूर्ण त्यौहार : ईद और बकरीद मुस्लमानों के लिए महत्वपूर्ण त्यौहार हैं. इसमें कुर्बानी देने का रिवाज है, लेकिन इस साल आषाढ़ी एकादशी होने के कारण इस रिवाज में थोड़ा बदलाव हुआ है. चूंकि यह हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, इसलिए यह निर्णय लिया गया कि यह कुर्बानी 29 जून के बजाय 30 जून को की जाए. इस संबंध में शुक्रवार को प्रत्येक क्षेत्र में मुख्य नमाज अदा करने के बाद इमाम और मौलाना मुस्लिम भाइयों से इस संबंध में अपील करेंगे. पूर्व सरपंच शेख अख्तर ने बताया कि शांति समिति की बैठक में यह भी जानकारी दी गयी कि मंदिर क्षेत्र में मांस बेचने वाली दुकानें भी बंद रहेंगी.