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2014 में बप्पी लाहिड़ी ने श्रीरामपुर से लड़ा था चुनाव, जनता की फरमाइश पर सुनाए थे गाने

बप्पी लाहिड़ी भले ही अपने बेमिसाल म्यूजिक को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे. मगर राजनीति में उनकी काफी रुचि थी. 2004 में लाहिड़ी ने कांग्रेस के लिए भी कैंपेन किया था. 2014 के लोकसभा चुनाव में बप्पी लाहिड़ी को हुगली ज़िले के श्रीरामपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार थे लेकिन वह चुनाव हार गए थे. आज भी श्रीरामपुर के लोग उनकी चुनावी सभाओं को याद करते हैं, जिन्हें वह अपने गानों से संगीतमय बना देते थे.

Bappi lahiri in politics
2014 में चुनाव प्रचार करते बप्पी लाहिड़ी.

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Published : Feb 16, 2022, 5:19 PM IST

हुगली : बॉलीवुड केमशहूर संगीतकार बप्‍पी लहरी (Bappi Lahiri) का निधन मंगलवार रात को हो गया. उनके निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री के साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई. 2014 के लोकसभा चुनाव में बप्पी बप्पी लाहिड़ी नेहुगली जिले की श्रीरामपुर लोकसभा सीट से किस्मत आजमाया था. उन्होंने बीजेपी के कैंडिडेट को तौर पर मुकाबले को चतुष्कोणीय बना दिया था. इस सीट से उनका मुकाबला कांग्रेस के अब्दुल मन्नान, माकपा प्रत्याशी तीर्थकर राय और तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी से था. हालांकि वह चुनाव हार गए मगर उन्हें 2,87,712 वोट मिले थे. इस सीट से कल्याण बनर्जी ने जीत दर्ज की थी.

चुनावी सभा में नरेंद्र मोदी के साथ बप्पी.

बीजेपी लीडर भास्कर बंदोपाध्याय बताते हैं कि बप्पी लाहिड़ी ने तब दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद चुनाव प्रचार शुरू किया था. जब वह प्रचार के लिए निकलते थे तो रास्ते में उन्हें देखने के लिए भीड़ उमड़ती थी. लोग इस महान संगीतकार की एक झलक देखने और सुनने के लिए आते थे.

अपने प्रचार के दौरान बप्पी दा ने उत्तरपारा से चांपदानी की यात्रा की थी. लोगों की फरमाइश पर उन्होंने कई यादगार गीत भी गाए थे. उनकी सभाओं में उमड़ी भीड़ को देखकर लोगों को एक बार ऐसा लगा था कि वह आसानी से जीत दर्ज कर लेंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ.

लाहिड़ी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कल्याण बंदोपाध्याय ने कहा कि हालांकि बप्पी दा 2014 के लोकसभा चुनावों में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी थे, मगर मैं व्यक्तिगत रूप से उनके संगीत का बड़ा प्रशंसक रहा हूं. उन्होंने प्रचार अभियान के दौरान 'मुंबई से आया मेरा दोस्त, दोस्त को सलाम करो' गाया था.

2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के साथ बप्पी लाहिड़ी.

बीजेपी लीडर भास्कर बंदोपाध्याय ने उनके चुनावी दिनों को याद करते हुए बताया कि उन्होंने गंभीरता से लोकसभा चुनाव लड़ा था. वह रोजाना दोपहर 2 बजे कैंपेन शुरू करते थे, जो रात 9 बजे तक चलता था. इस दौरान वह लोगों की फरमाइश को पूरा करना नहीं भूलते थे. जब-जब लोगों ने उनसे गीत गाने की डिमांड रखी, तब उन्होंने जरूर गाकर सुनाया था.

बुधवार को जब बप्पी लाहिड़ी की मौत की खबर आई. बॉलीवुड के साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि बप्पी लहरी का संगीत कई भावनाओं को खूबसूरती से व्यक्त करता था. कई पीढ़ियों तक लोग उनके द्वारा किए कामों से खुद का जुड़ाव महसूस करते रहें. उन्होंने कहा कि उनका जीवंत स्वभाव हर किसी को याद रहेगा. बप्पी लहरी के निधन से दुखी हूं, उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बप्पी लाहिड़ी के निधन के बाद कहा कि मैं बप्पी लाहिड़ी के असामयिक निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. हमारे नॉर्थ बंगाल के एक लड़के ने अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत के दम पर पूरे भारत में प्रसिद्धि और सफलता हासिल की और संगीत में अपने योगदान से हमें गौरवान्वित किया. हम उनके योगदान को याद करते रहेंगे.

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