हुगली : बॉलीवुड केमशहूर संगीतकार बप्पी लहरी (Bappi Lahiri) का निधन मंगलवार रात को हो गया. उनके निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री के साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई. 2014 के लोकसभा चुनाव में बप्पी बप्पी लाहिड़ी नेहुगली जिले की श्रीरामपुर लोकसभा सीट से किस्मत आजमाया था. उन्होंने बीजेपी के कैंडिडेट को तौर पर मुकाबले को चतुष्कोणीय बना दिया था. इस सीट से उनका मुकाबला कांग्रेस के अब्दुल मन्नान, माकपा प्रत्याशी तीर्थकर राय और तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी से था. हालांकि वह चुनाव हार गए मगर उन्हें 2,87,712 वोट मिले थे. इस सीट से कल्याण बनर्जी ने जीत दर्ज की थी.
बीजेपी लीडर भास्कर बंदोपाध्याय बताते हैं कि बप्पी लाहिड़ी ने तब दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद चुनाव प्रचार शुरू किया था. जब वह प्रचार के लिए निकलते थे तो रास्ते में उन्हें देखने के लिए भीड़ उमड़ती थी. लोग इस महान संगीतकार की एक झलक देखने और सुनने के लिए आते थे.
अपने प्रचार के दौरान बप्पी दा ने उत्तरपारा से चांपदानी की यात्रा की थी. लोगों की फरमाइश पर उन्होंने कई यादगार गीत भी गाए थे. उनकी सभाओं में उमड़ी भीड़ को देखकर लोगों को एक बार ऐसा लगा था कि वह आसानी से जीत दर्ज कर लेंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ.
लाहिड़ी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कल्याण बंदोपाध्याय ने कहा कि हालांकि बप्पी दा 2014 के लोकसभा चुनावों में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी थे, मगर मैं व्यक्तिगत रूप से उनके संगीत का बड़ा प्रशंसक रहा हूं. उन्होंने प्रचार अभियान के दौरान 'मुंबई से आया मेरा दोस्त, दोस्त को सलाम करो' गाया था.