शिलांग: मेघालय में चुनाव के बाद कम से कम तीन विधानसभा क्षेत्रों में हुई हिंसा में कई लोग घायल हो गए. वहीं राज्य में रहस्यमय स्थिति में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अब इस हिंसा के बाद पूर्वी पश्चिम खासी हिल्स जिला प्रशासन ने अगले आदेश तक शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक रात के कर्फ्यू की घोषणा कर दी है. इसके साथ मवासावा, सांगशोंग, उमविचसुप और मैरांग मिशन में सभी सरकारी कार्यालय परिसरों में 5 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई.
जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मईरंग में उपायुक्त (डीसी) कार्यालय परिसर में खड़े कई वाहनों में आग लगा दी गई. उन्होंने कहा कि हिंसा स्थल पर रहस्यमय स्थिति में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है. घटना गुरुवार को कांग्रेस समर्थकों द्वारा मईरंग विधानसभा क्षेत्र के परिणामों पर असंतोष व्यक्त करते हुए डीसी कार्यालय का घेराव करने के तुरंत बाद हुई. मेघालय विधानसभा अध्यक्ष एवं यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के प्रमुख मेटबाह लिंगदोह ने इस सीट पर कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी बत्शेम रिनथियांग को मामूली अंतर से मात दी है.
अधिकारी ने बताया कि जिला पुलिस ने कल रात हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. सोहरा में एक अन्य घटना में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के समर्थकों ने शेल्ला विधानसभा क्षेत्र के परिणामों से निराश होने के बाद एसडीओ के कार्यालय पर पथराव किया. जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एम. जी. आर. कुमार ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और अतिरिक्त बल तैनात किया गया है. यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के बालाजिद कुपार सिनरेम ने इस सीट पर एनपीपी के उम्मीदवार को मात दी है.
वेस्ट जयंतिया हिल्स के मोवकैव में जिला प्रशासन ने गुरुवार को विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद दो गुटों में हुई झड़प के मद्देनजर सहसनियांग गांव में कर्फ्यू लगा दिया. स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि ऐसी आशंका है कि कार्रवाई न की गई तो हिंसा फैल सकती है और इससे जानमाल का नुकसान हो सकता है. एनपीपी प्रमुख और निवर्तमान मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अनुरोध किया कि वे पहाड़ी राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के मद्देनजर अपने समर्थकों को भड़काएं नहीं.