ईटीवी ब्यूरोः भारतीय अधिकारियों (Indian authorities) ने शनिवार को मेघालय के उत्तर-पूर्वी राज्य के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले (West Jaintia Hills district) में ड्रोन आधारित पेलोड डिलीवरी सेवा का परीक्षण किया. यह परीक्षण लकडोंग हल्दी के किसानों को आने परिवहन में आने वाली दिक्कतों को दूर करने के उपायों के क्रम में किया गया. लकडोंग हल्दी ( Lakadong Turmeric) में करक्यूमिन की मात्रा सबसे अधिक होती है. इसलिए इसकी मांग सबसे अधिक होती है.
लेकिन केरल और अन्य जगहों पर स्थित प्रसंस्करण इकाइयों को इसकी आपूर्ति उत्पादक जिले के कठिन इलाके में होने के कारण एक चुनौती बनी हुई है. एक फ्लाई-ऑफ इवेंट में, पेलोड ड्रोन का इस्तेमाल हल्दी को प्रसंस्करण इकाइयों तक पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया.
इस मामले में, अधिकारियों ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सलाहकार परिषद के तहत नौ प्रौद्योगिकी मिशनों में से एक, अग्नि मिशन के साथ भागीदारी की, जो लकाडोंग हल्दी के एंड-टू-एंड प्रसंस्करण में एक परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकते हैं. हल्दी को बड़ी मात्रा में परिवहन के लिए पेलोड ड्रोन (यूएवी) का उपयोग से शुरू किया जाएगा.