शिलांग: मेघालय में सोमवार को राज्य विधानसभा के 59 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान हुआ जिसकी गणणा कल होगी. इस पूर्वोत्तर राज्य में त्रिपुरा और नागालैंड के साथ मतगणना गुरुवार, 2 मार्च को होगी. माना जा रहा है कि दोपहर होते होते परिणाम स्पष्ट हो जाएंगे. मेघालय में पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2018 में हुआ था, जिसमें नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व में एक गठबंधन की सरकार बनी थी और कोनराड संगमा मुख्यमंत्री बने थे.
इस साल कई प्रमुख राजनीतिक दलों ने चुनाव लड़ा था. कॉनराड के नेतृत्व में नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 57 सीटों पर चुनाव लड़ा. कांग्रेस और भाजपा 59 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि एनपीपी ने 56 सीटों पर, टीएमसी ने 57 सीटों पर और यूडीपी ने 46 सीटों पर मुकाबले में है. एग्जिट पोल के मुताबिक, मेघालय में इस साल त्रिशंकु विधानसभा देखने को मिल सकती है.
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गौरतलब है कि मेघालय में 2018 के चुनावों में भी त्रिशंकु विधानसभा देखी गई थी, जहां किसी एक दल या गठबंधन को बहुमत नहीं मिला था. कोनराड संगमा पहले ही यूडीपी, बीजेपी और अन्य क्षेत्रीय दलों के समर्थन से सरकार बनाने की घोषणा कर चुके थे. सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) सत्ता बरकरार रखने के लिए चुनाव लड़ रही है, जबकि भाजपा, तृणमूल कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दल पूर्वोत्तर राज्य में सरकार बदलने की कोशिश कर रहे हैं.
हालांकि, सोहियोंग निर्वाचन क्षेत्र में एक उम्मीदवार की मौत के बाद मतदान स्थगित कर दिया गया. चुनाव आयोग ने अभी तक निर्वाचन क्षेत्र में पुनर्मतदान की तारीख की घोषणा नहीं की है. 3,419 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ, जिनमें से 640 को 'असुरक्षित' और 323 को 'अतिसंवेदनशील' के रूप में वर्गीकृत किया गया था. एनपीपी सुप्रीमो कोनराड के संगमा दक्षिण तुरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला उग्रवादी से भाजपा नेता बने बर्नार्ड मारक से है.
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विपक्ष के नेता और टीएमसी नेता मुकुल संगमा दो सीटों- सोंगसाक और तिकरिकिला से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनकी पत्नी डी डी शिरा भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं. मेघालय की 10वीं विधानसभा का कार्यकाल 15 मार्च तक का है. 2 मार्च को घोषित किए जाने वाले चुनाव के परिणामों के साथ, विधान सभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के पास सरकार बनाने और नए मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए लगभग दो सप्ताह का समय होगा.
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