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बाल झड़ने की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए पीआरपी बन रहा वरदान

पीआरपी का इस्तेमाल वैसे तो कई समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है. फिलहाल ज्यादातर मामलों में पीआरपी हेयर ट्रीटमेंट (बाल झड़ने की समस्या) को दूर करने के लिए किया जाता है. बाल झड़ने या गंजेपन से परेशान लोग प्लास्टिक सर्जन से परामर्श करने के बाद इस विधि से इलाज करा सकते हैं.

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Published : Jul 29, 2023, 6:14 PM IST

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लखनऊ :हेयर फॉल की समस्या मौजूदा दौर में एक आम बात हो गई है. बॉलीवुड इंडस्ट्री ने गंजेपन को लेकर फिल्म बाला भी बनाई. विशेषज्ञों की मानें तो अगर एक बार बाल झड़ना शुरू होता है तो वह कंट्रोल होने का नाम नहीं लेता है. बाल झड़ने के कई कारण है. केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन ब्रजेश मिश्रा के मुताबिक मेडिसिन के द्वारा भी बाल आते हैं, लेकिन उसका साइड इफेक्ट बहुत ज्यादा होता है. इसके अलावा जब तक मेडिसिन चलेगी तभी तक बाल ठहरता, लेकिन पीआरपी के द्वारा झड़ते हुए बालों को रोका जा सकता है. हमारे खून में मौजूद 'प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा' (पीआरपी) बालों की सेहत सुधारने में कारगर है. इसके बाद मरीजों की बाल झड़ने की समस्या दूर हुई और नए बाल भी उगने लगते हैं.

प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा (पीआरपी) से सुधारें बालों की सेहत.
प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा (पीआरपी) से सुधारें बालों की सेहत.

पीआरपी उपचार एक गैर-सर्जिकल चिकित्सा प्रक्रिया है, जिसमें आपके अपने रक्त से अलग किए गए विकास कारकों और पोषक तत्वों से भरपूर केंद्रित प्लाज्मा को आपके खोपड़ी के उन हिस्सों में इंजेक्ट किया जाता है जिन्हें बालों के विकास की आवश्यकता होती है. यह बालों के झड़ने को उलटने और नए बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक सुरक्षित और कुशल तरीका है. यह एक कॉस्मेटिक्स ट्रीटमेंट है. इसलिए केजीएमयू में महीने में एक दो मरीजों का ही पीआरपी होता है. दरअसल प्लास्टिक सर्जरी विभाग में अन्य मरीजों की संख्या इतनी अधिक होती है कि कॉस्मेटिक सर्जरी के लिए विशेषज्ञों के पास बिल्कुल भी समय नहीं होता है. इस स्थिति में जब कोई ऐसा मरीज आता है कि उसे हेयर फॉल की समस्या बहुत ही ज्यादा होती है और उसकी शादी नहीं हो रही है या फिर कोई अन्य समस्या हो रही है उस कंडीशन में उसका यह ट्रीटमेंट किया जाता है. इसके लिए अलग से कोई भी डॉक्टर नहीं है. प्लास्टिक सर्जन है यह ट्रीटमेंट करते हैं.

प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा (पीआरपी) से सुधारें बालों की सेहत.





डॉ. ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि सबसे पहले आपके शरीर से 30 मिली खून निकाला जाता है. फिर उससे पोषक तत्व निकाल कर एक पतली सुई के साथ, पैसेंट के प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (पीआरपी) को खोपड़ी में इंजेक्ट किया जाता है. पीआरपी में वृद्धि कारक बालों के विकास को प्रोत्साहित करेंगे. पीआरपी हेयर रिस्टोरेशन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए उपयुक्त है. यह एक अत्याधुनिक, गैर-सर्जिकल, पूरी तरह से प्राकृतिक, वैकल्पिक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसका उपयोग बालों के झड़ने या बालों के पतले होने के उपचार के लिए किया जाता है. यह एक इंजेक्शन योग्य उपचार है जो रोगी के अपने रक्त का उपयोग करता है. हमारे रक्त प्लाज्मा (पीआरपी) में सक्रिय विकास कारक होते हैं जो बालों के विकास को बढ़ावा दे सकते हैं. किसी के आत्मविश्वास को बहाल करने में मदद करना, अंतिम परिणाम बालों का एक पूर्ण, स्वस्थ दिखने वाला सिर है. बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए अकेले पीआरपी हेयर लॉस थेरेपी का उपयोग करना संभव है या इसे हेयर ट्रांसप्लांट के संयोजन में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा (पीआरपी) से सुधारें बालों की सेहत.




एक-दो बार में नहीं नजर आता रिजल्ट :आमतौर पर एक मरीज को मिनिमम छह बार पीआरपी ट्रीटमेंट कराना जरूरी होता है. तभी पीआरपी का फायदा भी सामने समझ में आता है. बहुत से लोग इस ट्रीटमेंट को अधूरे पर ही छोड़ देते हैं और यह एक्सेप्टेशन सकते हैं कि एक दो बार पीआरपी ट्रीटमेंट कराने के बाद हेयर फॉल होने कंट्रोल हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है. कम से कम छह बार पीआरपी ट्रीटमेंट कराना जरूरी होता है. एक दो बार में पीआरपी का कोई भी रिजल्ट नहीं आता है.


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