नई दिल्ली :विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि भारत ने अभी हाल ही में यूके सरकार द्वारा राष्ट्रमंडल और एशियाई देशों को 10 मिलियन टीके दान करने की घोषणा देखी है. उन्होंने कहा, 'जहां तक मेरी जानकारी है, उस घोषणा में भारत शामिल नहीं है, लेकिन हम और ब्योरे का पता लगा रहे हैं. जैसे ही हमारे पास अपडेट होंगे हम निश्चित रूप से साझा करेंगे.
अफगानिस्तान पर भारत के रूख को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि किसी भी पार्टी द्वारा एकतरफा कोई भी चीज थोपना लोकतांत्रिक नहीं होगा. अस्थिरता पैदा नहीं की जा सकती. इसे वैध भी नहीं बताया जा सकता. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि भारत का मानना है कि पिछले दो दशकों में मिले लाभ को संरक्षित किया जाना चाहिए.
यूरोपीय संघ-भारत मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर बागची ने कहा कि भारत-यूरोपीय संघ एफटीए चर्चा हमारी अपेक्षाओं के अनुसार आगे बढ़ रही है. भारत यूरोपीय संघ के मुख्य वार्ताकार से औपचारिक नामांकन की प्रतीक्षा कर रहा है. यूरोप में गर्मियों की छुट्टी के बाद औपचारिक बातचीत फिर से शुरू होने की उम्मीद है.
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ एलएसी विवाद को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम विघटन और डी-एस्केलेशन के संबंध में अपनी स्थिति दोहरा रहे हैं. मेरे पास अभी विशेष अपडेट नहीं है. प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की वार्ता के अगले दौर के बारे में जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी. उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं - विदेश मंत्री जयशंकर और विदेश मंत्री वांग यी ने जल्द से जल्द वार्ता आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की है.